भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड की प्रेस कांफ्रेंस: मुख्य कार्यकारी अधिकारी का संवाद

भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड ने विकास, पर्यावरण संरक्षण, और स्थानीय समुदाय के लाभ के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.

भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड की प्रेस कांफ्रेंस: मुख्य कार्यकारी अधिकारी का संवाद
Press Conference of Indian Railway Electricity Company Limited

औरंगाबाद: प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.जे.सी. शास्त्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी ने शिक्षा, न्यूट्रिशन, और कौशल विकास के क्षेत्र में 100 मिलियन रुपये का निवेश किया है. यह निवेश स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया है.

पर्यावरण संरक्षण के प्रयास

एक संवाददाता ने पर्यावरण सुरक्षा के संबंध में प्रश्न किया. शास्त्री ने बताया कि कंपनी ने 1.4 लाख से अधिक पेड़ लगाए हैं और इस वर्ष 5,000 नए पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. यह कदम पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा.

सोलर प्लांट की योजना

मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि कंपनी 22 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाने की योजना बना रही है, जिसके लिए काम प्रारंभ हो चुका है. इस पर कुल खर्च 110 करोड़ रुपये के आसपास होगा.

रेलवे और एन.टी.पी.सी. की हिस्सेदारी

शास्त्री ने बताया कि नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एन.टी.पी.सी.) की हिस्सेदारी 74% है, जबकि रेलवे की 26% है.

वित्तीय स्थिति

उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी को 517 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. इसके अलावा, नबीनगर प्लांट से बिहार सरकार को 10% बिजली आपूर्ति की जाती है, जबकि शेष 90% रेलवे को दी जाती है.

बिजली रेट और सरकारी नीति

एक प्रश्न के उत्तर में, शास्त्री ने कहा कि बिहार सरकार को बिजली 4 रुपये प्रति यूनिट की दर पर दी जा रही है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिजली मुफ्त में प्रदान नहीं की जाती, क्योंकि यह सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन द्वारा निर्धारित की जाती है.

विकास कार्यों की स्थिति

संवाददाताओं ने सी.एस.आर. फंड से हुए विकास कार्यों के बारे में भी पूछा. शास्त्री ने कहा कि मझियावां के सरकारी विद्यालय के लिए 1.5 से 2 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है.

किसान भुगतान की स्थिति

किसानों की पेमेंट के संबंध में, शास्त्री ने बताया कि 700 मामलों का निपटारा किया गया है और उन्हें उम्मीद है कि यह संख्या 1,000 तक पहुंचेगी.

ग्रामीण विकास समितियों की बैठकें

कंपनी के अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि ग्रामीण विकास समिति की बैठकें लंबित हैं, जिसका कारण एल.आई.सी. की पॉलिसी में देरी थी.

नबीनगर के विद्युत उत्पादन की क्षमता

अंत में, नबीनगर प्रखंड में कुल 2,980 मेगावॉट बिजली उत्पादन की क्षमता है, जिसमें तीन नई प्लांट स्थापित करने की मंजूरी भी मिली है. यह केंद्र देश का सबसे बड़ा बिजली उत्पादन स्थल बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड ने विकास, पर्यावरण संरक्षण, और स्थानीय समुदाय के लाभ के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इसके साथ ही, आने वाले समय में और अधिक विकास कार्यों की योजना है, जो न केवल बिजली उत्पादन में वृद्धि करेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाएगा.

-अजय कुमार पाण्डेय.