महुआंव (पंचायत) गांव के ऐतिहासिक धरोहर एवं ऐतिहासिक धार्मिक भूमि पर ही टिकी हुई है कुछ मनबढ़ू लोगों की गलत नज़र, तहस - नहस भी कर रहे हैं ऐतिहासिक भूमि
Historical heritage and religious land in Mahuwan (Panchayat) village are at risk due to the actions of some misguided individuals. Local residents demand intervention from the district administration and the Bihar government to preserve these valuable lands, including the sacred Shivkund site.
सभी ऐतिहासिक धरोहर एवं भूमि को संरक्षित करने हेतु ग्रामीण जनता ने जिला - प्रशासन तथा बिहार - सरकार से भी की हैं मांग
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) बारुण - नबीनगर एन.टी.पी.सी. मुख्य पथ पर स्थित नबीनगर प्रखंड अंतर्गत महुआंव (पंचायत) गांव में शिवकुंड की जमीन पर तथा ऐतिहासिक धरोहर की भूमि पर भी कुछ गलत लोगों की नज़र टिकी हुई है. जिसकी वजह से ऐसी सभी भूमि तहस- नहस भी हो रही है. इसलिए ग्रामीणों का कहना है, कि महुआंव (पंचायत) गांव में ऐसी जितनी भी ऐतिहासिक भूमि है. उसे जिला - प्रशासन तथा बिहार - सरकार हस्तक्षेप कर के भूमि को संरक्षित करें. वर्ना हम लोगों के गांव में ऐतिहासिक सभी भूमि को कुछ मनबढ़ू लोगों द्वारा तहस-नहस कर दिया जाएगा.
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ मनबढ़ू लोगों द्वारा ही यहां की ऐतिहासिक शिवकुंड भूमि पर गढ़ा खुदवाकर मिट्टी बेच दिया गया, और ऐतिहासिक धरोहर गढ़ की जमीन पर भी कुछ मन-बहू लोगों ने मौत का कुआं जैसा गड्ढा खुदवाकर मिट्टी बेच दिया. यह सरासर अन्याय नहीं, तो और क्या है?
ज्ञात हो कि संवाददाता ने इसी मामले से संबंधित मुद्दे पर औरंगाबाद के जिला पदाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री से भी समाहरणालय स्थित सभागार में विगत 25 सितंबर 2024 को संध्या 4:00 बजे जमीन सर्वे मामले में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सवाल उठाया था, कि नवीनगर प्रखंड अंतर्गत महुआंव (पंचायत) गांव में शिवकुंड के नाम पर 02 एकड़ 49 डिसमिल जमीन है. इसी जमीन के संबंध में ग्रामीणों द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर महुआंव (पंचायत) के पूर्व मुखिया, जनेश्वर यादव ने भी अनुशंसा करते हुए कहा था, कि ग्रामीणों का कथन सत्य है.
ग्रामीणों के मुताबिक इस शिवकुंड जमीन की नापी भी अंचल अमीन भारती जी द्वारा किया गया था. लेकिन आज इसी शिवकुंड की जमीन पर पैक्स गोदाम भी बना हुआ है. जो अधूरा है, और प्राप्त जानकारी अनुसार महुआंव पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष, मंटू सिंह से 27 लाख रूपया वसूली करने का आदेश विभागीय भी पारित हो चुका है, तथा पूर्व पैक्स अध्यक्ष, मंटू सिंह कई कांडों का आरोपी भी है. इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे?
तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए जिला पदाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री ने कहा था, कि आपने मेरे संज्ञान में दिया है, तो मैं इसकी जांच कर लेता हूं. अगर कोई व्यक्ति दोषी होगा. उसके लिए, तो दंड के भागी बनेंगे, और अब मैं बता दूं आप लोगों को, कि चार कर्मचारियों को पनिश्ड भी किया हूं, हाल ही में. इसके बाद जिला पदाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री ने शिवकुंड की जमीन से संबंधित मुद्दे पर संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि आपने हमारे संज्ञान में दिया. इसकी जांच करा लेते हैं. विधिवत कार्रवाई भी होगी.
ज्ञात हो कि 25 सितंबर 2024 को समाहरणालय स्थित जिला पदाधिकारी के सभागार में जो प्रेस का आयोजन किया गया था. उसमें जिला पदाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री, जिला परिवहन पदाधिकारी, शैलेश दास, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी सह वरीय उप समाहर्ता श्वेता प्रियदर्शी, बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता, दीपक कुमार सहित अन्य कई विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद थे.
इसके अलावे ग्रामीणों के मुताबिक ही इस महुआंव (पंचायत) गांव में जो खाता नंबर - 170 की जमीन है. वह जमीन बिहार - सरकार की है. जिसे ना तो कोई व्यक्ति जमीन खरीद सकता है, और ना ही उस जमीन को बेच सकता है. फिर भी ना जाने ऐसे बिहार - सरकार की भूमि का भी रसीद कुछ मनबढ़ू लोगों द्वारा अंचल कर्मचारी की मिलीभगत से कैसे कटवा लिया गया है? जिसकी चर्चा पूरे गांव में भी जोरों से हो रही है. इसलिए माननीय जिला पदाधिकारी को चाहिए कि इसकी भी निष्पक्ष जांच हो.
ज्ञात हो कि इस मामले में भी संवाददाता ने समाहरणालय स्थित जिला पदाधिकारी के सभागार में 25 सितंबर 2024 को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जिला पदाधिकारी से ही सवाल उठाया था. तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि यदि इस प्रकार की मेरे संज्ञान में कोई भी पीड़ीत व्यक्ति की आती है, तो हम उस पर नियमानुकूल तरीके से कारवाई करेंगे. अगर किसी व्यक्ति को प्रॉब्लम हो. कोई स्पेशल बात हो, तो हम उसे देखेंगे.
ज्ञात हो कि महुआंव (पंचायत) गांव का ही निवासी एक व्यक्ति तथा इसी महुआंव पंचायत के अंदर पड़ने वाली एक दूसरे गांव के व्यक्ति ने मिलकर अंचल कर्मचारी के यहां से महुआंव (पंचायत) गांव का ही डिमांड रजिस्टर का कुछ पन्ना गायब करके हमेशा अवैध रूप से पैसा कमाने का कार्य कर रहा है.
इसकी भी चर्चा महुआंव गांव में हमेशा काफी जोर शोर से हो रही है. इसलिए माननीय जिला पदाधिकारी को चाहिए, कि ऐसे सभी गंभीर मुद्दा को देखते हुए महुआंव (पंचायत) गांव पर विशेष नजर बनाएं, तथा ऐतिहासिक भूमि को संरक्षित करने का कार्य करें, ताकि कुछ मनबढ़ू लोगों द्वारा जो ऐसे ऐतिहासिक भूमि को नष्ट करने की मंशा है. उस पर पानी फिर जाए.