माली थाना क्षेत्र अंतर्गत कोल मंझौली गांव में एक 15 वर्षीय बच्ची की मौत पर तरह-तरह की बातें हो रही हैं
A 15-year-old girl’s death in Kol Manjhauli village of Maliya police station area, Aurangabad, Bihar, has sparked controversy and protests. The incident has raised serious allegations against the police for allegedly protecting the accused. A probe is ongoing, and actions are being taken to ensure justice.
औरंगाबाद: (बिहार) सोमवार, दिनांक - 09 दिसंबर 2024 को माली थाना क्षेत्र अंतर्गत कोल मंझौली गांव में एक 15 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. इस पर तरह-तरह की बातें हो रही हैं. ज्ञात हो कि इसी मामले में आज, मंगलवार, दिनांक - 10 दिसंबर 2024 को जिला मुख्यालय के चर्चित स्थल रमेश चौक पर मृतिका के शव को रखकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घंटों प्रदर्शन भी किया गया. वहीं इस संदर्भ में सोनौरा पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष के प्रतिनिधि, पुटूस मेहता ने भी पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है. पुलिस की मंशा पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की नहीं, बल्कि आरोपी को संरक्षण देने की है. आरोपियों से लेन-देन कर के नाबालिक लड़की की मौत को सामान्य बता कर इस मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है.
इसके बाद पुटूस मेहता का कहना था कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक को एस.आई.टी. टीम का गठन करना चाहिए और माली थानाध्यक्ष को निलंबित कर देना चाहिए. लेकिन दूसरी तरफ औरंगाबाद पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस घटना के बाद जब माली थाना को सूचना प्राप्त हुई, तब तत्क्षण माली थाना के पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से पूछताछ भी की. ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि नाबालिक बच्ची की मृत्यु पेट में दर्द होने के कारण हुई है, और इस संबंध में एक आवेदन भी दिया गया. माली थाना के पदाधिकारी द्वारा बच्ची के शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भेजा गया.
आज, मंगलवार, दिनांक - 10 दिसंबर 2024 को मृतिका की भाभी द्वारा एक फर्द बयान दर्ज कराया गया, जिसमें दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया गया है. मृतिका की भाभी द्वारा दिए गए फर्द बयान पर प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है. अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है.
इसके बाद पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि माली थाना द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर हर बिंदु पर अनुसंधान किया जा रहा है. जो भी मामला होगा, निष्पक्ष रूप से अनुसंधान कर उसे सामने लाया जाएगा. ज्ञात हो कि इस संदर्भ में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-01, संजय कुमार पाण्डेय ने भी मंगलवार, दिनांक - 10 दिसंबर 2024 को एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि अनुसंधान प्रारंभ कर लिया गया है. जो भी सच्चाई सामने आएगी, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-- अजय कुमार पाण्डेय.