बिहार: ह्रदय विदारक घटना में पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने पहुंचे पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी, प्रमोद कुमार सिंह
रफीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली बघौरा पंचायत के चिरैला गांव में पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी सह समाजसेवी प्रमोद कुमार सिंह ने पहुंचकर ह्रदय विदारक घटी घटना में पिडित परिवारों से मुलाकात कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अपने निजी कोष से सभी पिडित परिवारों को आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान किया.
अजय कुमार पाण्डेय :
औरंगाबाद: (बिहार) गुरुवार दिनांक 14 अप्रैल 2022 को अपने रफीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली बघौरा पंचायत के चिरैला गांव में पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी सह समाजसेवी प्रमोद कुमार सिंह ने पहुंचकर ह्रदय विदारक घटी घटना में पिडित परिवारों से मुलाकात कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अपने निजी कोष से सभी पिडित परिवारों को आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान किया.
इस मौके पर पहुंचे पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह से जब उपस्थित पत्रकारों ने सवाल पूछा तो पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह बहुत बड़ी हृदय विदारक है, और चिरैला गांव से मेरा बहुत अधिक लगाव है. जब से मैं राजनीति कर रहा हूं विगत 11 वर्षों से. तब से हरेक गली, हरेक समाज के लोगों के साथ मेरा पारिवारिक जुड़ाव है, और जहां भी ऐसा दुखद घटना होता है. मैं वहां पर स्वयं चलकर आता हूं, और परिवार को जो करना चाहिए. जो एक अपने परिवार में घटित घटना में जो अपना फर्ज निभाता है एक घर वाला व्यक्ति. उसी प्रकार से मै वैसा काम करता हूं. रफीगंज विधानसभा क्षेत्र का एक एक घर, एक एक जाति, एक एक समुदाय के लोगों से मेरा परिवारिक जुड़ाव है, तथा मैं पहले भी यह वादा कर चुका हूं कि जिस तरह से मैं अपने घर परिवार के लिए जीवन भर काम करता हूं. वैसे ही रफीगंज विधानसभा क्षेत्र वासियों के लिए भी हमेशा करता रहूंगा. मैं जब इस घटना को सुना. जो काफी हृदय विदारक घटना है. एक ही गांव से, एक ही मुहल्ला से चार बच्चियों का अर्थी निकला. लेकिन ये धन्य है इनके घर वाले, गांव वाले. जो इस घटना में भी हिम्मत रख कर के इस दुःख की घड़ी में बर्दाश्त किया है. मैं बाहर था, तो पता चला कि ऐसी घटना घटी है. इसीलिए मैं चिरैला गांव में पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए आज पहुंचा हूं.
ध्यातव्य हो कि यह चिरैला गांव में अनुसूचित जनजाति के घर में घटना विगत शुक्रवार दिनांक 08 अप्रैल 2022 को घटी है. जिसमें एक ही साथ 06 नाबालिग बच्चियों ने जहरीली दवा खा ली थी. इसी वजह से रामनवमी से पूर्व तक ही चार बच्चियों की मौत हो चुकी थी. जो परिजनों तथा ग्रामीणों के मुताबिक अपने परिवारिक रिश्तेदार के साथ ही प्रेम प्रसंग का मामला था.
हालांकि हृदय विदारक इस घटित घटना के बाद जब संवाददाता ने चिरैला गांव पहुंचकर वास्तविक जानकारी लिया था, तो पीड़ित परिजनों एवं ग्रामीणों ने भी संवाददाता के समक्ष दुःख व्यक्त करते हुए कहा था कि हम लोग सभी जाति के लोग हमेशा एक परिवार की तरह आपस में मिलजुल कर रहते हैं. लेकिन कुछ लोग इसे राजनीति का रूप देना चाहते हैं. जो कहते हैं कि अति पिछड़ा जनजाति को प्रताड़ित किया जा रहा है, जबकि हम लोगों के बीच में ऐसा कुछ भी नहीं है. इस चिरैला गांव में सभी जाति के लोग शुरू से ही एक दूसरे का सुख दुःख की घड़ी में सहयोग करते रहते हैं.