गया जी (बिहार): महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलकर विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन ग्रामीण (वीबीजी राम जी) किए जाने के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने संसद से लेकर सड़क तक आंदोलन तेज कर दिया है। इसी क्रम में आंदोलन के चौथे दिन विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बोधगया के हृदय स्थल पर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बोधगया प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामजी मांझी ने की, जबकि संचालन शिव शंकर प्रसाद ने किया। प्रदर्शन में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि एवं प्रवक्ता विजय कुमार मिट्ठू, गया जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, गया जिला किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष युगल किशोर सिंह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मनरेगा योजना से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाकर न केवल उनका अपमान कर रही है, बल्कि यह उनके विचारों की दूसरी वैचारिक हत्या के समान है, जिसे देश की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा ‘हे राम’ और ‘रामराज्य’ की बात करते थे, लेकिन सरकार मनरेगा से गांधी जी का नाम हटाकर ‘राम जी’ जोड़ने के लिए हिंदी और अंग्रेजी के शब्दों को मिलाकर एक बेतुका और भ्रमित करने वाला नाम थोप रही है।
नेताओं ने यह भी बताया कि गया जिले में पिछले चार दिनों से लगातार इस फैसले के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। आंदोलन के तहत 25 दिसंबर को बेलागंज प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। 26 दिसंबर को इमामगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में गांधी जी की प्रतिमा के सामने धरना होगा। 27 दिसंबर को टिकारी अनुमंडल मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 28 दिसंबर 2025 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर गया चौक स्थित गांधी जी की प्रतिमा से एक पदयात्रा निकाली जाएगी, जो पूरे गयाजी शहर का भ्रमण करते हुए गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में समाप्त होगी।
कार्यक्रम के अंत में नेताओं ने बोधगया नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और नगर परिषद आयुक्त से मांग की कि बोधगया बाजार स्थित गांधी जी की प्रतिमा स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए और प्रतिमा की नियमित साफ-सफाई एवं देखरेख सुनिश्चित की जाए। रिपोर्ट : विश्वनाथ आनंद.
