औरंगाबाद (बिहार) में भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार, जिले में मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से कई रचनात्मक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में SVEEP कार्यक्रम के अंतर्गत पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन जिले के विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में किया गया।
इस प्रतियोगिता में जिले के सभी प्रखंडों से आए प्रतिभागियों ने उत्साह और रचनात्मकता के साथ भाग लिया। प्रतिभागियों में विद्यालयों, महाविद्यालयों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा युवा समूहों के छात्र-छात्राएँ शामिल थे। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं, विशेषकर प्रथम बार मतदान करने वालों में मतदान के महत्व को उजागर करना और उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ना था।
प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों ने अपने रंग-बिरंगे पोस्टरों, चित्रों और प्रेरक नारों के माध्यम से मतदाता जागरूकता के विविध संदेश दिए। परिसर “मेरा वोट, मेरा अधिकार”, “पहले मतदान, फिर जलपान”, “लोकतंत्र का पर्व, सबका कर्तव्य”, “एक वोट, एक जिम्मेदारी” जैसे नारों से गूंज उठा। सभी प्रतिभागियों ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि हर नागरिक का मत लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है, और सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए SVEEP की नोडल पदाधिकारी श्रीमती रत्ना प्रियदर्शी ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएँ न केवल युवाओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाती हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं। उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार जिले के प्रत्येक पंचायत, विद्यालय एवं समुदाय तक जागरूकता का यह अभियान चलाया जा रहा है, ताकि 11 नवंबर 2025 को होने वाले चुनाव में हर पात्र मतदाता मतदान करे।
SVEEP कोषांग की सहायक नोडल पदाधिकारी सुश्री अंतरा कुमारी ने प्रतिभागियों के उत्साह की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भागीदारी आवश्यक है। मतदान न केवल अधिकार है, बल्कि यह एक नैतिक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे निर्भीक, निष्पक्ष और प्रलोभन-मुक्त मतदान करें, जिससे एक सशक्त लोकतंत्र का निर्माण संभव हो सके। जिला प्रशासन ने भी स्पष्ट संदेश दिया कि – “हर मतदाता की सहभागिता, लोकतंत्र की मजबूती की गारंटी है”। हर मतदाता को यह संकल्प लेना चाहिए कि 11 नवंबर 2025 को वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करेंगे।
रिपोर्ट: विश्वनाथ आनंद.