भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने 6 अक्टूबर 2025 को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तिथियों की घोषणा की। इस बार राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान कराया जाएगा। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 को 121 सीटों पर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर 2025 को शेष 122 सीटों पर होगा। मतगणना 14 नवंबर 2025 को की जाएगी।
घोषणा के साथ ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct – MCC) तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है, जो चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने और परिणाम घोषित होने तक प्रभावी रहेगी।
आदर्श आचार संहिता: उद्देश्य और प्रभाव:
आदर्श आचार संहिता चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का एक समूह है, जिसका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण बनाना है। यह राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों, सरकारी तंत्र और आम नागरिकों पर समान रूप से लागू होती है।
मुख्य प्रावधान:
- सरकारी गतिविधियों पर प्रतिबंध:
चुनाव की घोषणा के बाद राज्य सरकार कोई नई योजना, उद्घाटन या वित्तीय घोषणा नहीं कर सकती। पहले से चल रहे विकास कार्य जारी रह सकते हैं, लेकिन उनका चुनावी प्रचार के रूप में उपयोग प्रतिबंधित है। - प्रचार सामग्री हटाना:
राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को सार्वजनिक स्थलों से पोस्टर, बैनर, होर्डिंग और फ्लैक्स 24 से 36 घंटे के भीतर हटाने होंगे। उल्लंघन की स्थिति में एफआईआर दर्ज की जा सकती है। आम जनता cVIGIL ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकती है। - अन्य प्रतिबंध:
सरकारी संसाधनों जैसे वाहन, भवन या विमानों का चुनाव प्रचार में उपयोग वर्जित है। मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए नकद, उपहार या सुविधा वितरण पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही, डीएम और एसपी जैसे जिला स्तरीय अधिकारी सीधे निर्वाचन आयोग के अधीन कार्य करेंगे।
औरंगाबाद में MCC अनुपालन की सख्ती:
औरंगाबाद जिले के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने 6 अक्टूबर 2025 को समाहरणालय के सभागार में प्रेस वार्ता की। उन्होंने सभी सरकारी कार्यालयों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों से प्रचार सामग्री हटाने के निर्देश दिए और कहा कि यह कार्य 24 घंटे के भीतर पूरा होना चाहिए।
इस मौके पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह, उप निर्वाचन पदाधिकारी मो. गजाली, वरीय उप समाहर्ता रत्ना प्रियदर्शिनी, उप विकास आयुक्त अनन्या सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। यह कार्रवाई MCC के तहत पूरे राज्य में प्रचार सामग्री हटाने की व्यापक प्रक्रिया का हिस्सा है।
चुनाव की पृष्ठभूमि और मुख्य मुद्दे:
बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए उससे पहले चुनाव कराए जाने अनिवार्य हैं। राज्य में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 3.92 करोड़ पुरुष और 3.5 करोड़ महिलाएं हैं। इस बार 14 लाख नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।
विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) के तहत मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित की गई, जिसमें 47 लाख नाम हटाए गए।
चुनाव के प्रमुख मुद्दे:
बेरोजगारी
प्रवासन
जातीय समीकरण
विकास और बुनियादी ढांचा
राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए (भाजपा-जेडीयू) और विपक्षी महागठबंधन (राजद-कांग्रेस) के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है। इसके अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी इस बार एक विकल्प के रूप में मैदान में उतरी है।
ECI ने चुनावों की निष्पक्षता के लिए EVM निगरानी, वेबकास्टिंग और सुरक्षा व्यवस्था को उच्च प्राथमिकता दी है।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.