औरंगाबाद (बिहार) : सूत्रों से संवाददाता को मिली खास जानकारी के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भीतर बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन अंतिम चरण में पहुँच गया है। बिहार में एनडीए के घटक दलों को संभावित रूप से कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर लगभग सहमति बनती नज़र आ रही है।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 22 से 23 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) पार्टी 10 से 15 सीटों की मांग कर रही है। लेकिन विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, हम (सेकुलर) को संभवतः 10 से 12 सीटें मिल सकती हैं। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को 5 सीटें मिलना तय माना जा रहा है।
जहाँ तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की बात है, तो यह पहले से ही चर्चा में है कि जदयू बिहार में 102 सीटों पर और भाजपा 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह भी सर्वविदित है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी परंपरागत सीट छोड़ने को लेकर बिल्कुल भी इच्छुक नहीं हैं। जनता का भी मानना है कि नीतीश कुमार जो कहते हैं, वही करते हैं, इसलिए उनके किसी सीट को छोड़ने की संभावना नगण्य है।

सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि रफीगंज विधानसभा क्षेत्र संख्या-224 में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को टिकट दिए जाने की प्रबल संभावना है। वहीं, नबीनगर विधानसभा क्षेत्र संख्या-221 (सामान्य) और कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र संख्या-222 (अनुसूचित जाति आरक्षित) सीटों पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) पार्टी ने अपना दावा ठोंका है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए में ‘गठबंधन धर्म’ को निभाते हुए किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती हैं और यह गठबंधन किस हद तक सभी घटकों को संतुलित रख पाता है।
रिपोर्ट: ब्यूरो प्रमुख: अजय कुमार पाण्डेय.
