मुजफ्फरपुर: ( बिहार ) ज्ञात हो कि विगत 14 मई 2025 को जिला स्कूल के पास जमीन कारोबारी जावेद फारुकी उर्फ शेरु तथा उसके सहयोगी राजु साह की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी!
जावेद जमीन के कारोबार के साथ-साथ दाखिल खारिज तथा जमीन से जुड़े हुए दस्तावेज बनवाने में भी माहिर था! वह अंचल कार्यालय के राजस्व कर्मचारियों से मिलकर काम करता था, और इसके बदले वह ग्राहकों से मोटी रकम भी वसूलता था!
हत्या के पहले से भी वह विभाग और पुलिस के रडार पर था! प्रशासन गुप्त रूप से राजस्व कर्मियों, सरकारी कर्मचारियों और जावेद के विरुद्ध जांच कर रही थी, परंतु इसी दौरान जावेद और उसके सहयोगी की हत्या कर दी गई! इसलिए इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एस.एस.पी. ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच टीम का गठन कर दिया! अनुसंधान के बाद एस.डी.पी.ओ. टाऊन -01 सीमा देवी ने एस.एस.पी. के माध्यम से रिपोर्ट समर्पित कर दी है!
जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है, की जावेद की अंचल कर्मियों से लगातार बात होती थी, और मिलना जुलना भी होता था! जावेद की पत्नी ने भी अंचल कर्मीयों की संलिप्तता की बात कही है!
जावेद की पत्नी ने प्राथमिकी में कहा है कि घटना के समय चाय दुकान पर राजस्व कर्मचारी वीरेंद्र राम,राजु कुमार और बड़ा बाबू शशी कुमार मौजूद थे! मामले की जांच विभागीय स्तर पर भी की जा रही है! जिससे लिए डी.एम. ने एस.एस.पी. को पत्र लिखकर प्रतिवेदन की मांग की थी! कॉल डीटेल के आधार पर अंचल कर्मियों राजू कुमार, वीरेंद्र राम, अंगद कुमार और बिट्टू कुमार से डी.एम. ने स्पष्टीकरण मांगा है! गैरकानूनी कार्यों में संलिप्तता, अनुशासनहीन को लेकर प्रपत्र – *क* गठित करने की बात कही है! ग़ौरतलब है कि यह सभी पहले से ही शक के दायरे में थे, और अब जांच में पुष्टि भी हो चुकी है!
इसलिए इन सभी पर विभागीय कार्रवाई तो निश्चित है, परंतु जावेद और उसके सहयोगी के हत्यारे और हत्या करवाने वाले को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है! एक महीने से भी ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद भी हत्या का कोई सुराग या प्रमाण पुलिस जांच में स्पष्ट नहीं हो पाया है!
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय / गज़नफर इकबाल.