औरंगाबाद: ( बिहार ) बिहार – सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री एवं वर्तमान राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान ने बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है! जिसमें कहा है कि 26 जनवरी 1973 को गया जिला से अलग होकर औरंगाबाद को दर्जा दिया गया था!
औरंगाबाद जिला में 11 प्रखंड सह अंचल कार्यालय जिला बनने के समय से ही अस्तित्व में है! यानी की 52 वर्षों से औरंगाबाद जिला में 11 प्रखंड जो अस्तित्व में थे, वे आज भी हैं! 11 प्रखंड / अंचलों में कहीं 20 तो कहीं 25 पंचायतें हैं! जो प्रशासनिक दृष्टिकोण से और बढे हुए जनसंख्या के हिसाब से बहुत बड़े क्षेत्रफल और आबादी को अपने कार्यों के निपटारा हेतु काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है!
वर्ष 2005 में तत्कालीन सरकार के मुख्यमंत्री, श्रीमती राबड़ी देवी की अध्यक्षता में आहूत कैबिनेट मीटिंग में औरंगाबाद जिला में 04 नये प्रखंड बनाने का निर्णय लिया गया था! जिसमें कुटुंबा प्रखंड के सिमरा बाजार, देव प्रखंड के बालूगंज बाजार, नवीनगर प्रखंड के टंडवा तथा माली को प्रखंड बनाने का प्रस्ताव पारित है! इन चारों स्थानों पर थाना पहले से ही कार्यरत है! लेकिन 20 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी वर्णित चारों प्रखंड अस्तित्व में नहीं आया! जो चिंता का विषय है! कई बार पंचायत समिति एवं जिला परिषद से भी प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा गया है!
अतः माननीय मुख्यमंत्री से आग्रह है कि नक्सल प्रभावित एवं पिछड़ा जिला औरंगाबाद के चारों प्रखंडों को व्यापक जनहित में पुनः कैबिनेट से पारित करते हुए अधिसूचना जारी करने की कृपा करना चाहेंगे, तथा कृत कार्रवाई से अवगत भी कराया जाए!
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.