औरंगाबाद: ( बिहार ) सोमवार दिनांक – 09 जून 2025 को नगर – पंचायत, रफीगंज स्थित एक निजी होटल में लोजपा ( रामविलास ) एन.डी.ए. के नाम पर आयोजित की गई कार्यकर्ता बैठक के दौरान मंच से संबोधित करते हुए रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी / रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से ही सन् 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी बनकर भी रिकॉर्ड मत 53,896 मत प्राप्त कर उपविजेता बने / वर्तमान लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने सर्वप्रथम क्षेत्र से आए हुए अपने सभी कार्यकर्ताओं एवं अपने समर्थकों को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं अपने वंदनीय मातृभूमि को नमन करता हूं!
इसके बाद उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आप सबों ने हमे सम्मान किया! सब कोई का एक आवाज है कि हम जगह पर पहुंचे, और आप लोगों की सोच भी है, और आप लोगों की कोशिश भी है कि मैं दल से रहूं तो, निर्दलीय रहूं तो! तमाम आप 14 वर्षों से हमारा लगातार साथ देते हुए आ रहे हैं! इसके लिए आप देव तुल्य जनता को मैं हार्दिक प्रणाम करता हूं! फिर मंच से संबोधित करते हुए कहा कि जीते हुए प्रत्याशी के साथ हर कोई रहता है! लेकिन चुनाव हारा हुआ व्यक्ति के साथ बहुत कम लोग रहते हैं! लेकिन आप रफीगंज विधानसभा वासी सिर्फ अपने आप में ही नहीं, पूरे बिहार प्रदेश में एक संदेश देने का काम किया है, कि 14 वर्षों से प्रमोद सिंह का हम लोग साथ देते आ रहे हैं!
आप दल से रहिए या निर्दल रहिए! हम आपको वोट के माध्यम से सबको बताने का काम करेंगे, और आप लोगों ने किया है, और अपना मान – सम्मान बढ़ाने के साथ-साथ रफीगंज विधानसभा क्षेत्र का मान – सम्मान बढ़ाने का काम किया है, कि कोई भी दल अपने आप में कुछ भी रहे! कितना भी बड़ा संगठन क्यों ना बना ले! लेकिन विगत संपन्न बिहार – विधानसभा चुनाव – 2020 में रफीगंज विधानसभा क्षेत्र की जनता उन सभी दल और सभी गठबंधन के लोगों को बताने का काम किया, कि जनता से ऊपर कोई भी गठबंधन नहीं है! इससे मेरा ही मान – सम्मान नहीं बढ़ा है!
पूरे रफीगंज विधानसभा वासियों का मान सम्मान बढ़ा है, कि रफीगंज विधानसभा क्षेत्र का एक-एक व्यक्ति, आज वोटर जो है! वो समझदार है, और समझकर व्यक्ति विशेष जो उनके लिए हर समय संकट में, खुशी में, गम में साथ दे! उसको आप लोगों ने मत देने का काम किया! मैं 2012 से राजनीति में आया हूं, और हमें जब यहां पर चुनाव आया, सन 2015 में! भारतीय जनता पार्टी के झंडा के साथ हमने शुरूआत किया! सीट गठबंधन में चला गया! ये सीट लोक जनशक्ति पार्टी को मिला! हमारा जितना यहां काम किया हुआ था, और आप लोगों का स्नेह – प्यार था! जो मिशन और जो विजन हमारे स्वर्गीय रामविलास जी, जो हमारे पार्टी के संस्थापक हैं! जो अभी अजय पासवान जी बोल रहे थे, कि हम उस घर में दिया जलाने चला हूं! जहां सदियों से अंधेरा है, तो हमने भी वही काम करने का शुरूआत किया, और यह बात हमारे परम आदरणीय स्वर्गीय रामविलास पासवान जी को पता हुआ! हम दिल्ली से लौट करके आ गए थे, कि हमको टिकट नहीं मिलेगा! कारण की मैं भारतीय जनता पार्टी से था, और भारतीय जनता पार्टी को यहां तीन सीट मिल चुकी थी!
एन.डी.ए. का भी गठन उसी समय हुआ था, सन् 2015 में! सन् 2014 में प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी जी बने, और सन् 2015 से एन.डी.ए. का गठन हुआ, और जब हमें 10:30 बजे दिन में फोन आता है कार्यालय से! 12 जनपथ से उस समय कार्यालय से! वहां से फोन आता है, कि मंत्री जी आपसे बात करेंगे! मैं समझा नहीं कि कौन मंत्री जी बात करेंगे! बोले रामविलास पासवान जी आपसे बात करना चाहते हैं! मैं बात बात किया! बोले कि आपका यहां 2:00 बजे का समय है, तो बोले की सर मैं तो समय लिया नहीं हूं! हमें पता नहीं है, तो नहीं हमने सर्वे कराया है, और हमारा विजन जो है! वो आपका विजन दोनों मेल करता है, कि हमारा जो सोच है कि गरीबों को, पिछड़ों को, अति पिछड़ों को, सबको समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्तियों के लिए हमारी पार्टी काम करती है!
धर्म और जाति से ऊपर उठकर के हमारी पार्टी काम करती है! आप उस रास्ते पर काम करते हैं! इसलिए आप आइए, हमारी पार्टी का सदस्यता ग्रहण कीजिए, और टिकट लेकर के जाइए, और रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ीए! हमें टिकट दिए! पार्टी में ज्वाइन करा करके, और 2015 का एन.डी.ए. का प्रत्याशी मैं बना था! उस समय से एन.डी.ए. का शुरुआत हुआ! आज रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में लोग एन.डी.ए. – एन.डी.ए. बोल रहे हैं, तो अरे एन.डी.ए. यहां जीता कब? 2010 से लेकर के आज 2025, 15 सालों से अभी तक एन.डी.ए. रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में नहीं जीता है! ये समीकरण सब आप लोगों के पास है!
जिस समय सन् 2010 में नीतीश जी चुनाव लड़ रहे थे! उस समय भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड दोनों का तालमेल था, और उस समय विधायक थे, तो वो एन.डी.ए. का नहीं थे! एन.डी.ए. का गठन ही 2014 के बाद हुआ! एन.डी.ए. का पहला प्रत्याशी मैं रहा, और सन् 2020 में एन.डी.ए. के तरफ से जो प्रत्याशी थे! आप लोगों ने जमानत जप्त इसलिए करवाया, कि एन.डी.ए. का सही प्रत्याशी तो प्रमोद कुमार सिंह है, और आप सबों ने मुझे उपविजेता बनाने का काम किया!
आप लोगों ने इतना समझ करके वोट दिया, कि सही एन.डी.ए. का जो सोच रखने वाले, विचारधारा रखने वाले, और लोगों के बीच में जाने – आने वाले, उनके सुख-दुख में साथ देने वाले प्रमोद कुमार सिंह है! इसलिए आप सबों ने रफीगंज विधानसभा वासी निर्दलीय में भी हम ही को उपविजेता रखा, और एन.डी.ए. का जमानत जप्त कराने का काम किया! इसके बाद लोजपा ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने मंच से बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार का तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के गद्दी पर माननीय नीतीश कुमार जी बैठे हैं, 2005 के बाद! हर तरफ बिहार का विकास हुआ है! सड़के बन गई, किसानों के लिए काम हुआ, शिक्षा के क्षेत्र में काम हुआ, महिलाओं के लिए काम हुआ, और सिर्फ औरंगाबाद जिला और रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में ही वो काम नहीं हुआ! उनका एक विजन है!
बिहार बदलने का, और विशेष कर जब से 2015 में एन.डी.ए. घटक दल में नीतीश कुमार जी आए! तब से डबल इंजन का सरकार हुआ! केंद्र और राज्य दोनों मिलकर के बिहार का एक नया गति देने तथा नया ताकत देने का काम किए, और नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में आज बिहार जितना भी बेरोजगारी, जितना भी कुशासन, जितना भी कुप्रथा, सबको समाप्त करते हुए आज बिहार का विकास करने का काम मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार जी ने करने का काम किया है, और उनके साथ हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, माननीय चिराग पासवान जी, भारतीय जनता पार्टी, उपेंद्र कुशवाहा जी, और मांझी जी का भी साथ है, और बिहार का विकास हो रहा है!
इसलिए आज विकास के मामले में रफीगंज में सिर्फ किसी का नाम गिनाने से नहीं, कि ये पुलिया हमने बनवा दिया! ये रोड हमने बनवा दिया! ये बाईपास हमने बनवा दिया! ये इंजीनियरिंग कॉलेज हमने बनवा दिया! अरे अपना – अपना जो तुमको 10 वर्षों में एक विधायक को, तीन करोड़ रूपया का निजी फंड होता है! जो विधायक निधि होता है! वो 10 वर्ष में 30 करोड़ रूपया का हिसाब आप जनता के बीच जाकर बताइए, और कहिए कि आपका जो रफीगंज के लिए अपने निधि से कहां-कहां काम किए, और वो काम आज धरातल पर है कि नहीं! हम बहुत ज्यादा नहीं अपना निजी फंड से ये 10 करोड़ रूपया का काम करने का काम किया हूं! जितना लोग आप लोग आए हैं! ये सब एक – एक तर्ज पर जहां-जहां काम हुआ है!
धार्मिक क्षेत्र हो, या किसानों के लिए काम हो, महिलाओं के लिए काम हो, निर्धन जो बच्चे हो, उनके लिए काम हो, किसी को श्राद्ध में सहयोग करने की बात हो, निर्धन कन्याओं की शादी – विवाह की बात हो! जहां-जहां भी हमने सहयोग किया है! आप सब ये चिल्ला – चिल्ला कर कहते हैं, कि प्रमोद कुमार सिंह ने अपना निजी फंड से काम किया है! ये 10 करोड़ रूपया का काम जो हमने किया है 14 वर्षों में, तो इसको आप लोग कह रहे हैं! लेकिन एक जो वर्तमान विधायक हैं! उनका 15 साल का कार्यकाल और एक विधायक का 10 साल का कार्यकाल का! 25 वर्षों में 75 करोड़ रूपया का यदि ईमानदारी पूर्वक निधि से काम हो जाए, तो तुरंत बोलेगा! लेकिन आप सब जानते हैं, कि उनको सिर्फ अपने लिए राजनीति करना है! दोनों चाचा – भतीजा में टाई – अप है!
आप लोग समझ जाइए, एक-एक व्यक्ति, कि आप 15 साल, तो फिर मैं भी 15 साल! इसलिए फिर से घूम रहे हैं! एक का अब बारी आई है दूसरे की, 10 साल पहले की, तो अब वो कहते चल रहे हैं कि अब हमारी बारी आ गई चाचा! अब हमको सपोर्ट कीजिए, और पूरा जितना सरकार द्वारा जो काम किया जा रहा है! केंद्र और राज्य सरकार द्वारा! वो सब काम को अपना बताते हैं कि हम कर रहे हैं! अरे भईया झूठ भी तो ऐसा बोलो ना! बेवकूफ नहीं है लोग! मैं पूछना चाहता हूं कि एन.डी.ए. जब विगत 1 वर्ष हुआ! आप सब जानते हैं! बताने के लिए भी जरूरत नहीं है!
समझने की जरूरत है, कि एन.डी.ए. का चुनाव हुआ! एन.डी.ए. का प्रत्याशी आया, हार हुआ! लेकिन जिस दल से, एन.डी.ए. के मजबूत घटक दल से, जो महोदय हैं! उनका प्रखंड अध्यक्ष किसका झंडा लेकर चल रहा था? उनके सभी कार्यकर्ता जो थे? वो किसका झंडा लेकर चल रहे थे! तब खचाखच भरी हुई हॉल में भीड़ से भी आवाजें आई, कि राष्ट्रीय जनता दल का! तब फिर लोजपा ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि और आज कहते हैं कि एन.डी.ए. – एन.डी.ए. – एन.डी.ए! अरे एन.डी.ए. है क्या?
आज यदि मैं आपको बता दूं कि जो उनके आसपास है! दो चार, पांच, आठ, दस जो लोग हैं! जो गुमराह करने का काम कर रहे हैं! वो उनका सिर्फ और सिर्फ एक ही रह गया है काम दलाली करना! प्रखंड हो, थाना हो, सभी जगह हो! यदि मुक्ति चाहिए रफीगंज विधानसभा वासियों को, तो आपको अपना विचार बदलना होगा, और वैसे बहुरूपिया को पहचानना होगा, कि आज जब वोट आया, समय आया, तो एन.डी.ए. को एकजुट करने में चले हैं, और एन.डी.ए. का जब जहां नीति निर्धारण होता है! केंद्र में सांसद भेजने की बात होती है! जहां से हमारा देश का विकास की बात होता है, और उसका चुनाव होना है, तो हम लोग महागठबंधन का झंडा लेकर के खुलेआम और सीट, पद पर रहते हुए भी बने रहे! क्या यही एन.डी.ए. की परिभाषा है? कि आप सब जानते हैं कि मैं झूठ बोल रहा हूं बताईए?
आप लोग जानते हैं कि नहीं, कि इस बात को कि विगत लोकसभा चुनाव में क्या किया है लोगों ने? और आज एन.डी.ए. की बात करते हैं, बहुत अच्छी बात है! इसी बहाने आप एन.डी.ए. को मजबूत कर रहे हैं, और महोदय मैं आपको मंच के माध्यम से कहता हूं, कि आने वाला विधानसभा चुनाव में उनको जरूर एन.डी.ए. को वोट करने को दीजिएगा! नहीं तो आप प्रत्याशी नहीं रहिएगा, तो फिर ऐसा नहीं कि वो चल जाए महागठबंधन में! उनको संभालिए अपने 8-10 लोग जो हैं आपके! उनको संभालिए, और समझाइए कि आप लोग एन.डी.ए. को ही वोट दीजिएगा! इसके बाद उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि जनता सब समझती है कि असली एन.डी.ए. कौन है, और कहां वोट करना है! लेकिन अपने कार्यकर्ताओं को जरूर कहिएगा, कि एन.डी.ए. के प्रत्याशी को ही वोट दे वो! मित्रों आपका और हमारा जो संबंध है! कोई नेता का और जनता का नहीं है!
आप हमारे परिवार के सदस्य हैं, और मैं पहले भी कई बार मंचों से कहा हूं, कि जितना हममें हमारे परिवार का अधिकार है! संपत्ति से लेकर के, हमारे कार्यकाल में जो भी हमारा बेटा – बच्चा, पत्नी, भाई का जितना अधिकार प्रमोद सिंह में है! उतना मैं पहले भी रफीगंज विधानसभा वासियों को दे दिया हूं, और उसी का नतीजा है कि आधा रात को भी 2:00 बजे 3:00 बजे जब भी आपने हम पे ऐसा भरोसा करते हैं, कि जब आप संकट में रहते हैं, खुशी में रहते हैं, तो हमें जरूर याद करते हैं, और मैं भी कोशिश करता हूं, कि मैं यहां का दु:ख में साथ दूं! सुख में आकर के आपसे खुशी मनाऊं, और उसका सबसे बड़ा उदाहरण ये है, कि मैं वोट का राजनीति नहीं करता हूं! बताइए कि ये जितना भी मैंने काम किया! जिस – जिस गांव में! उस गांव में मैंने किसी व्यक्ति को नहीं कहा है, और जिसके माध्यम से, जिसके अगुवाई में काम भी हुआ! वो भी यहां पर बैठे हुए हैं!
बता दें कि प्रमोद सिंह कभी नहीं कहा कि मैं आपके गांव में इतना काम कराया हूं! उसका बदला में मुझे वोट चाहिए! यदि ऐसा होता तो मैं अभी तक विधानसभा पहुंचा हुआ होता! मैं ऐसा कभी वादा नहीं करता हूं! आज मंजखड गांव में अभी वहां पे एक पुलिया का निर्माण हो रहा है! ऐसे – ऐसे पुल मैं पांच जगहों पर बनवाया हूं! कारण कि वहां पर व्यवसायी लोग रहते हैं, और नदी पार होने में उनको परेशानी होती है! विशेष कर महिलाओं के, जेंट्स तो जैसे की बरसात के दिनों में छः महीना पार हो जाते हैं! लेकिन हमारे यहां सभ्यता, संस्कृति जो हमारे माता – बहनों में वो बरसात में, उन नदियों में डूबाऊं पानी रहता है! कमर के ऊपर भी पानी रहता है, तो हमारी माता – बहनों को बेपर्द होकर नदी पार करना होता है! उन बच्चे जो शिक्षा के लिए आकर के 5 से 7 किलोमीटर आते हैं स्कूल! वो चुपचाप चार माह अपने घर में बैठ जाते हैं!
विकास का बाधक होता है! इसलिए निजी फंड से हमने पुल – पुलिया बनाने का काम किया हूं! इसका सबसे बड़ा उदाहरण भी मंजखड़ में है! जो 10.5 लाख से 11 लाख रूपये का वहां पर काम चल रहा है, और वो पूरा हो होगा! पिपरौरा में हमने जो पुल बनवाया! वहां के व्यक्ति आए और बोले आज भी आए! बोले भैया हम लोग पिपरौरा के लोग व्यवसायिक खेती करते हैं, और साल के 50 लाख से 70 लाख रुपया कमाते हैं हम लोग सब्जी बेचकर के! बताइए कि सरकार का ध्यान गया वहां! वो बड़ा पुल बना सकता है! लेकिन छोटा-छोटा पुलिया जो दो गांव, चार गांव, पांच गांव जो कृषि के लिए उपलब्ध है! वैसा काम यदि कोई करेगा, तो जमीन से जुड़ा हुआ व्यक्ति ही करेगा! उसको ये सब काम मैं इसलिए करता हूं, कि मैं किसान का बेटा हूं! मैं गरीब का बेटा हूं! मेरा किताब पढ़ा होगा!
हमारे जीवनी के बारे में आप सब जानते हैं! मैं कोई टाटा – बिरला का बेटा नहीं हूं! हमने गरीबी को बहुत नजदीक से देखा है! किसानी को भी हमने बहुत नजदीक से देखा है! हमने बरसात में हल चलाया है! आज भी रोपनी करने का बात होता है, तो आपको डेढ़ माह तक प्रमोद सिंह से मुलाकात जब होगी, तो हमारे गांव कमात में ही होगी! कारण वहां खेती – किसानी का काम करता हूं! मैं मूल रूप से किसान हूं, और किसानों को समझता हूं, तो किसानों की समस्या को मैं बहुत नजदीक से जानता हूं!
इसके बाद उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आज ही जैसे शिवगंज में एक सात – आठ साल बच्चा का जी.टी. रोड के पास एक्सीडेंट हो गया था! वहां रोड जाम हो गया था, तो वहां पर भी सिर्फ एक ही डिमांड था, कि प्रमोद बाबू जब आएंगे! तभी जाम हटेगा! क्यों इसलिए कि जो आज नेता हैं! वो अपना जनता के बीच में विश्वास खो दिए हैं! वो पदाधिकारी को देखकर के, पदाधिकारी कैसे खुश रहे, वैसा बात करते हैं! लेकिन जब प्रमोद सिंह वहां खड़ा होता होगा ना, तो अपना जनता की बात रखेगा! इसलिए की प्रमोद सिंह के परिवार के बच्चा का एक्सीडेंट में मृत्यु हुआ है! महिला का मृत्यु हुआ है! उसका कोई भी परिवार के सदस्य का मृत्यु हुआ है, तो जितना दर्द उसके घर वालों का रहता है ना! पुतला प्रमोद सिंह को होता है, और मजबूती से अपना बात जेनुइन उन अधिकारियों के बीच रख करके, और वो जो मुआवजा की बात रहती है, या जहां देने – लेने की होती है, वो मैं करवाता हूं! इसलिए कहीं भी कोई एक्सीडेंट हो, या कोई संकट में हो, तो वहां पे प्रमोद सिंह को बुलाते हैं! इसका कारण है कि हम पे आपका भरोसा है, और हम भी आपके भरोसे पर खरा उतरने का कोशिश करते रहता हूं! ये जनता और हमारे बीच की रफीगंज के लोगों का, एक परिवार का सदस्य होने का संबंध है!
मित्रों बातें तो बहुत है! आप लोग सब आए, और हम लोगो को सम्मान दिए, और हमारे लिए 14 वर्ष से प्रयासरत हैं! निश्चित रूप से आप लोग भी कहते हैं! एक देहाती कहावत है कि तीन उड़नियां में तीतर पकड़ा जा हे! इसलिए आप सब को प्रमोद बनना होगा! यदि आप ये चाहते हैं कि रफीगंज विधानसभा क्षेत्र भ्रष्टाचार मुक्त हो! एक – एक जनता का काम हो ईमानदारी पूर्वक! ब्लॉक में कोई भी हमारे जनता को, जितना हमें सम्मान देते हैं! रफीगंज की जनता को सम्मान उतना पदाधिकारी दें! थाना में आप जाइए जितना सम्मान प्रमोद सिंह को मिलता है! उतना रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के एक-एक व्यक्ति को मिलना चाहिए! ये सम्मान आप लोग चाहते हैं, तो आप सबों को प्रमोद सिंह बनना होगा, और यदि आप प्रमोद सिंह बन जाएंगे, और आप विधानसभा हमें भेज देंगे, तो आज जितना भी मनमाना, दलाली और ये सब चल रहा है, और रफीगंज को दलाल मुक्त बना दूंगा! वैसा व्यक्ति यहां काम करेगा ब्लॉक में! हम किसी को ट्रांसफर कराने, लाने और जाने पर भरोसा नहीं करते हैं! हम उनके साथ बैठकर के बोलेंगे, कि आपको ईमानदारी पूर्वक काम करना है, तो आप यहां रहिए, और नहीं करना है तो आप अपना स्वयं ट्रांसफर करा लीजिए, और नहीं कराईएगा, तो रफीगंज और मदनपुर प्रखंड में रहिएगा, तो काम करना पड़ेगा!
इसके बाद उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि रात – दिन काम करते रहता हूं! आप सब लोग सोशल मीडिया के माध्यम से या कहीं भी आपको पता चल जाता है, कि आज इधर प्रमोद सिंह गए हैं, और एक बात और बता दूं कि रफीगंज का एक – एक कोना, एक – एक गांव में हमारी गाड़ी जाएगी, तो छोटा-छोटा बच्चा बोलता है प्रमोद भैया जिंदाबाद, प्रमोद भैया जिंदाबाद! तब मैं हंसते रहता हूं! चार साल और पांच साल का बच्चा, तो मैं कल विधायक बनूं या न बनूं, तो ये भाग्य की बात है! आप लोग का प्रयास तो है ही! लेकिन सबके दिल में किसी भी गांव में जाता हूं, तो वहां के बच्चे को जरूर उनको पहचान है कि अरे ये प्रमोद भैया है, प्रमोद सिंह है, तो उनको कौन बताता है! वो उसका कारण है कि हम रात – दिन आपके बीच में रहते है! आपकी समस्याओं के साथ खुशी में, गम में रहते हैं! आप आए, सभी को समय भी काफी हो गया! सबको भोजन भी करना है! घर पर दूर जाना भी है!
आप लोग इसी तरह से हमें आशीर्वाद देते रहिए, और सब कोई प्रमोद सिंह बन करके क्षेत्र में जहां भी रहिए! एकमत आपका और एक व्यक्ति को और आप जोड़िए, तो पिछला बार जो 55,000 था! वो 1,10,000 हो जाएगा, और 1,10,000 जिस दिन आपका वोट आ जाएगा, तो आपको कोई नहीं रोकेगा!
अजय कुमार पाण्डेय के साथ अनिल कुमार विश्वकर्मा की रिपोर्ट.