आगामी बिहार विधानसभा चुनाव – 2025 के मुद्दे पर संवाददाता से हुई खास बातचीत के दौरान बोली भाजपा नेत्री, कमला सिंह

औरंगाबाद: ( बिहार ) शनिवार दिनांक – 28 जून 2025 को जब संवाददाता की मुलाकात भाजपा नेत्री, कमला देवी उर्फ कमला सिंह से औरंगाबाद में ही हुई, तो संवाददाता ने सवाल पूछा कि बिहार में आगामी 4 महीना के अंदर ही बिहार विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है, और लगभग जो है औरंगाबाद में देखा जा रहा है कि एन.डी.ए. के दिग्गज नेता भी जो है, पहुंच ही रहे हैं! कोई आपातकाल ( इमरजेंसी ) के नाम पर आकर के राजनीति बतिया रहे हैं, तो कोई जो है, वो कमर्शियल उद्घाटन करने के नाम पर आ रहे हैं! किसानों के साथ वार्ता करने की बात हो रही है! किसान के साथ मिलकर आए हुए थे! तरह-तरह की चर्चाएं जारी है! लेकिन जिस तरह की चर्चा शहर के अंदर है, और हम लोग भी देख रहे हैं! हमेशा पूर्व में भी एक दूसरे के खिलाफ बयान बाजी होते रहा है! आप भी एन.डी.ए. में ही हैं, भाजपा में हैं! लेकिन एन.डी.ए. के अंदर जो है, विरोधाभास है! एक दूसरे के खिलाफ जो है, हमेशा बयान बाजी होते रहती है, और लगता है कि औरंगाबाद में एन.डी.ए.ना एकजुट हुआ है, और ना ही औरंगाबाद में होगा! इसलिए आप इस संबंध में क्या कहना चाहेंगे!

तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए भाजपा नेत्री, कमला सिंह ने कहा कि ये जो आप कह रहे हैं कि एन.डी.ए. में फूट है! एन.डी.ए. में नेता एक दूसरे के खिलाफ पैर खींचने में लगे हुए हैं” लेकिन ये सरासर झूठ है, क्योंकि औरंगाबाद में एन.डी.ए. एक है, एक था, और एक रहेगी, और रही बात औरंगाबाद विधानसभा के, तो किसानों के साथ वार्ता करना, तो औरंगाबाद की जो आबादी है! उसमें यहां 90% किसान हैं, तो किसानों से वार्ता करके उनके समस्या का जानने का, माननीय उपमुख्यमंत्री जी का जो सराहनीय कार्य है, कि वे समय निकाल करके आए, और किसानों के साथ वार्ता किए, तो ये तो किसान के लिए बहुत अच्छी बात है!

तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री से कहा कि नहीं तो पब्लिक का कहना है, कि किसान के नाम पर जो आयोजन किया गया 26 जून 2025 को नगर भवन में! उसमें अधिकांश किसान नहीं थे, और भाजपा के लोग ही उसमें शामिल थे! इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे! तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए भाजपा नेत्री ने कहा कि नहीं तो उसमें भाजपा के कार्यकर्ता भी तो किसान ही है ना! हम तो कह रहे हैं कि 90% यहां औरंगाबाद में किसान ही हैं! 90% किसान की आबादी है, तो किसान ही ना भाजपा के कार्यकर्ता भी हैं!

तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री, कमला सिंह से सवाल पूछा कि एन.डी.ए. के अंदर जो विरोध चल रहा है! पिछले बार भी आप संपन्न लोकसभा चुनाव – 2024 के वक्त देखे कि औरंगाबाद में जो है, भाजपा के उम्मीदवार तथा पूर्व सांसद, सुशील कुमार सिंह चुनाव हार गए! आपके बगल में जो है, काराकाट लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी के संस्थापक / काराकाट लोक सभा क्षेत्र के पूर्व सांसद / भारत – सरकार में पूर्व मानव संसाधन विभाग के गृह राज्य मंत्री रह चुके एवं वर्तमान राज्यसभा सांसद, माननीय उपेंद्र कुशवाहा भी चुनाव हार गए!

इसके बाद जो है उनको राज्यसभा मेंबर बनाया गया, तो विरोध तो है हीं? तो फिर भाजपा नेत्री, कमला सिंह ने अपनी पार्टी तथा एन.डी.ए. का बचाव करते हुए कहा कि कहां विरोध है? तो फिर संवाददाता ने कहा कि नहीं कैसे है?

तब फिर भाजपा नेत्री ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि इसको विरोध नहीं मानिए! चुनाव हारना – जितना तो लगा रहता है! चुनाव लड़ेंगे, तब तो हारेंगे! चुनाव में तो ये सोचकर चलना ही नहीं है! तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री से कहा कि यहां तो एक दूसरे के घोर विरोधी हैं? तो फिर भाजपा नेत्री ने कहा कि कौन कहता है? घोर विरोधी?

तब फिर संवाददाता ने कहा कि सब कोई कहता है, पूरे जिला कहता है घोर विरोधी? सब कोई कहता है कि यदि यहां एन.डी.ए. एकजुट रहता? तो पिछले बार संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव – 2020 में सभी 6 सीटों पर विगत संपन्न लोकसभा चुनाव 2024 में भी यहां एन.डी.ए. प्रत्याशी की हार नहीं होती? तब फिर भाजपा नेत्री ने एन.डी.ए. का बचाव करते हुए ही कहा कि ऐसा कुछ नहीं है! तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री, कमला सिंह से सवाल पूछा कि चर्चा तो यह भी चल रहा है कि जनता दल यूनाइटेड के मुखिया एवं बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार का भी मन इधर-उधर भटक रहा है!

चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) भी साथ रहेगी या नहीं रहेगी! कहना मुश्किल ही है, और एन.डी.ए. में शामिल सभी पार्टियां अपना-अपना प्रबल दावा पेश कर रही है, कि हम इतना सीट पर चुनाव लड़ेंगे, तो हम इतना सीट पर चुनाव लड़ेंगे, तथा एक मामला यह भी सामने आ रहा है! खबर चल रही है कि जनता दल यूनाइटेड 109 सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है! जो वायरल हो रहा है! साथ ही एन.डी.ए. में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री, माननीय चिराग पासवान की पार्टी भी जहां चुनाव लड़ना चाह रही है!

वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के संस्थापक व वर्तमान राज्यसभा सांसद, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भी चुनाव लड़ना चाहती है, या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ( सेक्युलर ) के संस्थापक, माननीय जीतन राम मांझी भी चाहते हैं, कि इस सीट पर मेरा ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे, और भाजपा भी अपनी दावेदारी नहीं छोड़ना चाहती है, कि हम इतना सीट से कम पर बिहार विधानसभा 2025 का चुनाव लड़ेंगे, तो यदि ऐसे ही स्थिति रह जाएगी, और बात नहीं बनेगी! तब उस परिस्थिति में तो एन.डी.ए. के अंदर भगदड़ मचेगी!

तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए एवं एन.डी.ए. का बचाव करते हुए भाजपा नेत्री, कमला सिंह ने कहा कि ये आप लोगों की जो है ना, यह उपज है समझे! हमारा जो एन.डी.ए. में गठबंधन है ना! इतना मजबूत है, और अभी जो चुनाव आने वाला है बिहार विधानसभा – 2025 का! हम लोग जनता दल यूनाइटेड के मुखिया एवं बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे, और जहां तक रही बात लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, माननीय चिराग पासवान की, तो चिराग पासवान तो हमारे मोदी जी के हनुमान हैं! जहां राम रहेंगे, वहां हनुमान रहेंगे ही!

तब संवाददाता ने सवाल पूछा कि हैं मगर बात नहीं बन रही है ना! एन.डी.ए. में पांच दलों का गठबंधन तो है! लेकिन बात नहीं बन रही है, तो फिर भगदड़ तो मचेगी! तब फिर भाजपा नेत्री, कमला सिंह उर्फ कमला देवी ने अपने एन.डी.ए. का बचाव करते हुए कहा कि बात नहीं कैसे बन रही है!

तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री से सवाल पूछा कि जिस तरह से देखा जा रहा है! उस तरह से यदि सीट की बात नहीं बनेगी, तो भगदड़ तो मचेगी एन.डी.ए. में? तो फिर भाजपा नेत्री ने कहा कि कोई भगदड़ नहीं बचेगी एन.डी.ए. में! तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री से सवाल पूछा कि आपके हिसाब से कोई भगदड़ नहीं बचेगी? लेकिन अगर भगदड़ मचेगी!

लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) अलग चुनाव लड़ेगी! जनता दल यूनाइटेड जो है, अपने सीट के साथ समझौता नहीं करेगी? तब फिर आखिर क्या होगा? तब फिर भाजपा नेत्री ने एन.डी.ए. का बचाव करते हुए ही और महागठबंधन पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि ये सब इंडिया गठबंधन के द्वारा फैलाया गया झूठी अफवाह है, कि एन.डी.ए. गठबंधन में फूट है!

तब फिर संवाददाता ने अंत भाजपा नेत्री, कमला सिंह से सवाल पूछा कि नहीं लेकिन औरंगाबाद में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के अंदर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए यहां जितने भी पुरुष कैंडिडेट है! अपना – अपना भाजपा में दावेदारी पेश कर रहे हैं, कि हम औरंगाबाद क्षेत्र से इलेक्शन लड़ेंगे? लेकिन यहां देखा जा रहा है कि एक दूसरे के पैर खींचने में ही लोग लगे हुए हैं? तो महिला नेत्री भी यहां कितने लोग हैं, तो आपके हिसाब से अगर यहां महिला का सीट हो जाए? तो आप दावेदारी पेश करेंगे या नहीं करेंगे?

तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए भाजपा नेत्री, कमला सिंह ने कहा कि अगर पार्टी चाहेगी महिला की सीट देने के लिए, तो मैं दावेदारी जरूर पेश करूंगी, क्योंकि मैं आज 18 साल से मैं राजनीति औरंगाबाद के नेतृत्व कर रही हूं कार्यकर्ता के रूप में! इसलिए पार्टी अगर हमको उस लायक़ समझती है, तो औरंगाबाद की सीट जरूर जीतकर दूंगी!

तब फिर संवाददाता ने भाजपा नेत्री से सवाल पूछा कि चाहे पुरुष कैंडिडेट जितने भी हैं! उसमें तो अंदरूनी विरोध देखा ही जा रहा है! पहले भी विरोध हुआ है, और अभी भी विरोध ही जारी है? तो ऐसे में सवाल अब यहां यह भी उठता है, कि हो सकता है कि भाजपा जो है, अपना महिला नेत्री को ही कैंडिडेट बनाए? तब फिर भाजपा नेत्री ने कहा कि पार्टी जो डिसीजन लेगी! वो सर्वमान्य है!

रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.

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