मुजफ्फरपुर, 6 अगस्त 2025: मुजफ्फरपुर में एनसीईआरटी की नकली किताबों के अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ है। एनसीईआरटी कोलकाता की लीगल टीम, ग्रामीण एसपी और टाउन थाना पुलिस की संयुक्त छापेमारी में शंकर पुस्तक भंडार नामक दुकान से लाखों रुपये की नकली किताबें बरामद की गई हैं। इस कार्रवाई में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और करीब 30 लाख रुपये मूल्य की नकली किताबें जब्त की गई हैं।

सूत्रों के अनुसार, एनसीईआरटी को गुप्त सूचना मिली थी कि मोतीझील इलाके में एसएसपी कार्यालय के पीछे पीएन राय गली स्थित इस दुकान में एनसीईआरटी की किताबों की अवैध छपाई और बिक्री की जा रही है। सूचना मिलते ही कोलकाता से एनसीईआरटी की टीम मुजफ्फरपुर पहुंची। टीम ने पहले स्थानीय दुकानदारों और छात्रों से गुप्त तरीके से जानकारी जुटाई और फिर ग्रामीण एसपी के निर्देशन में छापेमारी की योजना बनाई गई।

पुलिस और एनसीईआरटी की टीम ने दुकान, उससे जुड़े मकान और गोदाम में एक साथ छापेमारी की। इस दौरान न सिर्फ एनसीईआरटी बल्कि बीटीबीसी (BTBC) की नकली किताबें भी मिलीं। प्राथमिक जांच में इनकी कीमत लगभग तीस लाख रुपये आंकी गई है।
टाउन थाना में कॉपीराइट एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। फिलहाल दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस को शक है कि इस पूरे अवैध कारोबार के पीछे एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जो स्थानीय स्तर पर इन किताबों की छपाई कर रहा था।

ग्रामीण एसपी राजेश सिंह ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा, “यह बच्चों के भविष्य के साथ धोखा है। दुकानदार नकली किताबें बेचकर असली कीमत वसूल रहे थे। जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा और जो भी इसमें शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
पुलिस ने इस मामले की जानकारी शिक्षा विभाग को भी दे दी है। प्रशासन का कहना है कि शिक्षा से जुड़े ऐसे अपराधों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट : अजय कुमार पाण्डेय /ग़ज़नफर इकबाल.