गया (बिहार): केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना के नाम में बदलाव के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने विरोध तेज कर दिया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अस्थि कलश स्तूप के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान मनरेगा से गांधी जी का नाम हटाने के फैसले के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गया जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष युगल किशोर सिंह ने की। धरने में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि एवं प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, कांग्रेस शिक्षा प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष विद्या शर्मा सहित कई नेताओं ने अपने विचार रखे।
नेताओं ने कहा कि मनरेगा को लाने और पूरे देश में लागू करने में कांग्रेस पार्टी की अहम भूमिका रही है। यह योजना किसी एक पार्टी से जुड़ी नहीं, बल्कि देशहित और जनहित से जुड़ी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार मनरेगा को कमजोर कर रही है, जिससे देश के करोड़ों किसान, मजदूर और भूमिहीन गरीब प्रभावित हो रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कहा कि यह गरीबों के अधिकारों पर सीधा हमला है और कांग्रेस पार्टी इसका डटकर मुकाबला करेगी। उन्होंने याद दिलाया कि करीब 20 साल पहले गरीबों को रोजगार का अधिकार दिलाने के लिए कांग्रेस ने संघर्ष किया था और आज भी मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने तथा सरकार द्वारा लाए गए नए कानूनों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
नेताओं ने आगे बताया कि यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। इसके तहत 23 दिसंबर को गया के गौतमबुद्ध कुष्ठ अस्पताल के पास गांधी तीन मुहाने पर स्थानीय गरीब परिवारों के साथ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद यह आंदोलन 28 दिसंबर, यानी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस तक जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों और गांवों में लगातार जारी रहेगा।
धरना-प्रदर्शन में रंजीत कश्यप, जगदीश प्रसाद यादव, दामोदर गोस्वामी, राम उदय प्रसाद, ओंकार शक्ति, धर्मेंद्र कुमार निराला, प्रदीप शर्मा, कमलेश चंद्रवंशी, सुनील कुमार पासवान, राजेश कुमार गुप्ता, ज्ञानेन्द्र शिशु यादव, अर्जुन प्रसाद, शिव शंकर प्रसाद, बृजेश राय, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, राजनंदन सिंह, रामसेवक कुशवाहा, मदीना खातून, अनुमती देवी, शांति देवी, इंटक जिला महासचिव टिंकू गिरी सहित कई अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर में कहा कि गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को कुचलने नहीं दिया जाएगा और गरीबों के हक की यह लड़ाई हर स्तर पर लड़ी जाएगी।
रिपोर्ट : विश्वनाथ आनंद.
