एपेक्स चैंबर की 19वीं वार्षिक आम सभा का आयोजन
नई दिल्ली, 17 दिसंबर — राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) दिल्ली के एपेक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की 19वीं वार्षिक आम सभा (एजीएम) का आयोजन 17 दिसंबर को इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली के जैकरैंडा हॉल में सफलतापूर्वक किया गया। इस बैठक में चैंबर से जुड़े उद्योग, व्यापार और एमएसएमई सेक्टर के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
सभा का आयोजन और संचालन अतिरिक्त महासचिव श्री रमेश चंदर द्वारा सुचारू रूप से किया गया। महासचिव श्री सुनील चड्ढा ने 19वीं वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए पिछले एक वर्ष के दौरान चैंबर द्वारा की गई प्रमुख गतिविधियों और उपलब्धियों की जानकारी सदस्यों को दी।
इस अवसर पर सदस्यों के हित में एपेक्स प्रिविलेज कार्ड की शुरुआत की घोषणा भी की गई। इस कार्ड के माध्यम से चैंबर के सदस्यों को बीमा सेवाओं, अस्पतालों, मेडिकल डायग्नोस्टिक लैब्स, होटल और यात्रा सेवाओं जैसे कई क्षेत्रों में पहले से तय विशेष छूट का लाभ मिलेगा, जिससे व्यापारियों और उद्यमियों को सीधा फायदा होगा।
वित्त सचिव श्री ऋषि उचाना ने पिछले वर्ष की आय-व्यय का पूरा लेखा-जोखा सभा के सामने रखा और वित्तीय स्थिति की जानकारी दी।
सभा को संबोधित करते हुए चैंबर के अध्यक्ष श्री कपिल चोपड़ा ने उद्योग जगत के सामने मौजूद प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बढ़ती लागत, पर्यावरणीय नियमों का दबाव, शहरी बुनियादी ढांचे की समस्याएं, कौशल की कमी, तेज़ी से बदलती तकनीक और एमएसएमई के लिए वित्त की सीमित उपलब्धता जैसे मुद्दों पर चिंता जताई। साथ ही उन्होंने इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार और नीति-निर्माताओं के साथ सकारात्मक और निरंतर संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्य वक्ता एवं उपाध्यक्ष श्री रघुवंश अरोड़ा ने चैंबर की महत्वपूर्ण उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने न्यूनतम वेतन मामलों में मिले न्यायिक संरक्षण, डीडीए की पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद फ्रीहोल्ड नीति पर आई स्पष्टता, बिजली दरों में मिली राहत और एमसीडी द्वारा फ्लोर-वाइज फैक्ट्री लाइसेंसिंग की वापसी जैसे अहम मुद्दों का उल्लेख किया।
इसके अलावा उन्होंने समृद्धि योजना के अंतर्गत गलत संपत्ति कर नोटिसों के समाधान, पीएमएफबी-2021 के तहत एमएसएमई और लघु उद्योगों के संरक्षण तथा व्यापार उत्कृष्टता पुरस्कार में मिली राष्ट्रीय मान्यता की जानकारी भी साझा की।
सभा का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें सदस्यों ने खुलकर अपने विचार रखे और आपसी संवाद के माध्यम से उद्योग और व्यापार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
