औरंगाबाद (बिहार) में भयंकर ठंड और शीतलहर के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। लगातार गिरते तापमान से लोग ठंड के प्रकोप से परेशान हैं। खासकर बुजुर्ग, छोटे बच्चे और गरीब परिवारों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं, क्योंकि उनके पास ठंड से बचाव के पर्याप्त साधन नहीं हैं।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर सुरेश पासवान ने बिहार सरकार और औरंगाबाद जिला प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिले में ठंड से बचाव के लिए तुरंत बड़े पैमाने पर राहत व्यवस्था की जानी चाहिए।
डॉ. सुरेश पासवान ने मांग की कि प्रत्येक पंचायत, प्रखंड और जिला मुख्यालय स्तर पर जरूरतमंद लोगों के लिए रैन बसेरा की व्यवस्था की जाए। इन रैन बसेरों में ठहरने के साथ-साथ गर्म कपड़े, कंबल और पर्याप्त मात्रा में ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाए, ताकि गरीब और बेसहारा लोग सुरक्षित रह सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रमुख चौक-चौराहों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। इससे मजदूरों, राहगीरों और सड़क पर रहने वाले लोगों को ठंड से राहत मिलेगी।
अत्यधिक ठंड को देखते हुए डॉक्टर पासवान ने प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में अवकाश घोषित करने की भी मांग की है, ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर न पड़े। इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में शीतजनित बीमारियों से बचाव के लिए विशेष इंतजाम किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों की विशेष टीम तैनात की जाए और मरीजों के लिए गर्म पानी सहित आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। साथ ही उन्होंने समाजसेवियों और स्थानीय नागरिकों से भी अपील की कि वे आगे आकर जरूरतमंद लोगों की मदद करें, ताकि इस भयंकर ठंड से ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत मिल सके।
Report by Ajay Kumar Pandey.
