औरंगाबाद (बिहार), 22 अक्टूबर 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025, जो कि 11 नवम्बर को संपन्न होने जा रहा है, को देखते हुए औरंगाबाद जिला प्रशासन पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। चुनाव की निष्पक्षता और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले में लगातार निगरानी की जा रही है।
बुधवार को चुनाव पर्यवेक्षक एवं पुलिस पर्यवेक्षक माननीय अवुला रमेश रेड्डी, जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री तथा पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल ने संयुक्त रूप से जिले के स्ट्रांग रूम का गहन निरीक्षण किया। यह स्ट्रांग रूम चुनाव प्रक्रिया के दौरान ईवीएम मशीनों और वीवीपैट की सुरक्षा के लिए निर्धारित स्थान है। अधिकारियों ने सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करते हुए संबंधित कर्मियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के बाद पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल ने फेसर थाना क्षेत्र अंतर्गत एस.एस.टी. (स्टैटिक सर्विलांस टीम) चेक पोस्ट का भी दौरा किया। चेक पोस्ट पर आने-जाने वाले वाहनों की तलाशी, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर और अवैध नकदी या सामग्री की बरामदगी जैसे कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों से बातचीत कर उनकी तैयारियों का जायजा लिया।
इसके उपरांत सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने मिलकर फ्लैग मार्च भी किया। यह फ्लैग मार्च चुनाव से पहले आम जनता में विश्वास कायम करने और असामाजिक तत्वों को सख्त संदेश देने के लिए आयोजित किया गया था। फ्लैग मार्च में पुलिस के विभिन्न विभागों के अधिकारी और सुरक्षाबल शामिल थे।

इस फ्लैग मार्च में भाग लेने वालों में शामिल थे:
पुलिस पर्यवेक्षक: माननीय अवुला रमेश रेड्डी
जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी: श्रीकांत शास्त्री
पुलिस अधीक्षक, औरंगाबाद: अंबरीष राहुल
कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के जनरल पर्यवेक्षक
सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-01: संजय पाण्डेय
समस्त पुलिस उपाधीक्षक
टाउन थानाध्यक्ष
पुलिस बल
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के अधिकारी एवं जवान
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कमांडेंट व उनकी टीम
सभी अधिकारी और सुरक्षाबल पूरी मुस्तैदी के साथ चुनाव प्रक्रिया की निगरानी में लगे हुए हैं। सभी जरूरी स्थानों पर नियमित गश्त, चेकिंग और संवाद स्थापित कर शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। इस बार चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन ने आदर्श चुनाव आचार संहिता के पालन को लेकर विशेष सतर्कता बरती है।
फेसर क्षेत्र सहित अन्य संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदाता बिना किसी डर और दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि “चुनाव लोकतंत्र का पर्व है, और इसे निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना हमारी प्राथमिकता है। प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
इस तरह औरंगाबाद जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आने वाले दिनों में मतदान केंद्रों की सुरक्षा, रूट मार्च, मॉक पोल, और मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों को लेकर भी तेज़ी से काम किया जा रहा है।
by Ajay Kumar Pandey.