फरहान सिद्दीकी (कार्यकारी संपादक)
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: दिल्ली के शाहदरा इलाके में कांवड़ यात्रा मार्ग पर कांच के टुकड़े बिखरे होने की घटना ने सनसनी मचा दी थी। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दावा किया कि कुछ “शरारती तत्वों” ने जानबूझकर कांवड़ यात्रा मार्ग पर लगभग एक किलोमीटर तक कांच के टुकड़े बिखेरे। इस घटना को लेकर बीजेपी नेताओं ने इसे सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश तक करार दिया। हालांकि, दिल्ली पुलिस की जांच ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है, जिसमें सामने आया कि यह कोई साजिश नहीं, बल्कि एक दुर्घटना थी।दिल्ली पुलिस ने इस घटना की जांच के बाद स्पष्ट किया कि शाहदरा के सीमापुरी इलाके में कांवड़ यात्रा मार्ग पर बिखरे कांच के टुकड़े एक ई-रिक्शा से गिरे थे। पुलिस के मुताबिक, ई-रिक्शा चालक कुसुम पाल, जो गाजियाबाद का रहने वाला है, 19 ग्लास पैनल शालीमार गार्डन (उत्तर प्रदेश) से सीलमपुर (दिल्ली) ले जा रहा था। रास्ते में रिक्शा को पीछे से टक्कर लगने के कारण ग्लास पैनल टूट गए और चिंतामणि चौक से झिलमिल मेट्रो स्टेशन के बीच सड़क पर बिखर गए। पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
इस घटना का खुलासा सबसे पहले 12 जुलाई को तब हुआ जब सीमापुरी के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें सड़क पर बिखरे कांच के टुकड़े दिखाई दे रहे थे। यह वीडियो स्थानीय निवासी पीयूष ने 10 जुलाई को रिकॉर्ड किया था। दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके में गश्त बढ़ा दी और सड़क की सफाई के लिए नगर निगम और लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमें तैनात की गईं।
कपिल मिश्रा ने अपने पोस्ट में दावा किया था कि यह कांवड़ यात्रियों, जो नंगे पांव यात्रा करते हैं, के लिए खतरा पैदा करने की साजिश थी। उन्होंने कहा, “शाहदरा में कुछ शरारती तत्वों ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर कांच बिखेर दिया। PWD और निगम कर्मचारी सड़क साफ कर रहे हैं। स्थानीय विधायक संजय गोयल मौके पर मौजूद हैं और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी संज्ञान लिया है।” दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी इसे “सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश” करार दिया।
हालांकि, पुलिस की जांच के बाद X पर कई यूजर्स ने कपिल मिश्रा के दावों को गलत और भ्रामक बताया।
@zoo_bear और @Saif__Tweets जैसे यूजर्स ने पोस्ट किया कि यह कोई जानबूझकर की गई साजिश नहीं थी, बल्कि एक दुर्घटना थी। दिल्ली पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की और कहा कि इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है।कांवड़ यात्रियों ने इस घटना के बावजूद अपनी यात्रा को शांतिपूर्ण बताया। एक यात्री रमन ने कहा, “कुछ कांच के टुकड़े दिखे, लेकिन सफाई हो रही थी। व्यवस्थाएं अच्छी हैं।” एक अन्य यात्री अमन ने भी कहा कि 7-8 कांवड़ शिविर देखे और कोई बड़ी समस्या नहीं थी।
दिल्ली पुलिस ने सीमापुरी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है और जांच जारी है। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं के प्रसार और त्वरित जांच की अहमियत को उजागर किया है।