टिकारी (गया) : मां निर्दोष सेवा केंद्र, टिकारी के तत्वावधान में टिकारी राज इंटर कॉलेज के सभागार में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रकवि के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।
इस समारोह का उद्घाटन पूर्व मंत्री प्रो. राम जतन सिन्हा, सेवा-निवृत्त विशेष सचिव राय मदन किशोर एवं आयोजक हिमांशु शेखर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत आयोजक हिमांशु शेखर ने अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया।
इस अवसर पर अठारह निजी एवं सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने काव्य पाठ, निबंध लेखन एवं चित्रकला प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों की प्रस्तुति ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और राष्ट्रकवि दिनकर की प्रसिद्ध कृति ‘उर्वशी’ भेंट स्वरूप प्रदान की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्र के लोकप्रिय चिकित्सक डॉ. बी. डी. शर्मा ने कहा कि समाज में इस प्रकार के साहित्यिक आयोजनों की आवश्यकता है, जो नई पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ते हैं। टिकारी राज इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राचार्य सचितानंद प्रेमी ने कहा कि दिनकर ने साहित्य के हर क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मुख्य अतिथि प्रो. राम जतन सिन्हा ने कहा, “जब भी राजनीति लड़खड़ाती है, तब साहित्य उसका सहारा बनता है, और दिनकर की रचनाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि दिनकर के युग में पत्थरों पर नाम लिखवाने की होड़ नहीं थी, जैसी आज देखने को मिलती है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. रघुवंश कुमार मिश्रा द्वारा लिखित पुस्तक ‘मानव शरीर रचना विज्ञान एवं शरीर क्रिया विज्ञान’ का लोकार्पण भी किया गया। वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि दिनकर का साहित्य राष्ट्र चेतना और नई पीढ़ी के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।
इस कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय गया की शोधार्थी सुरुचि झा और मनीष कुमार ने निभाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता राय मदन किशोर ने की, संचालन संजय अथर्व ने किया और धन्यवाद ज्ञापन हिमांशु शेखर द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस आयोजन में डॉ. राम कृष्ण मिश्रा, डॉ. मुंद्रिका नायक, मुखिया रामजी शर्मा, प्रमुख प्रतिनिधि डॉ. अशोक यादव, उप प्रमुख गयादत्त शर्मा, टिकारी नगर परिषद अध्यक्ष अजहर ईमाम, अबरार आलम, डॉ. अमित कुमार, सौरव शर्मा, संजय कुमार सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित थे।
हिमांशु शेखर, सचिव – मां निर्दोष सेवा केंद्र, ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को राष्ट्रकवि दिनकर के विचारों और काव्य चेतना से जोड़ना है।
रिपोर्ट: विश्वनाथ आनंद.