ऑल इंडिया एंटी-टेररिस्ट फ्रंट (AIATF) के अध्यक्ष श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा जी ने पूज्य दिव्यतपस्वी आचार्य हंसरत्नसूरीश्वरजी महाराज साहेब के पावन सान्निध्य में पहुँचकर वंदन एवं आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर श्री बिट्टा जी ने भगवान महावीर के उपदेशों, अहिंसा और आचार विचार पर पूज्य आचार्यश्री के साथ गहन संवाद किया। उन्होंने अपनी पावापुरी श्री जैन तीर्थ यात्रा की स्मृतियों को भी साझा किया। पूज्य गुरुदेव ने समाज कल्याण के साथ-साथ विश्व कल्याण के लिए सार्वजनिक पदों के सदुपयोग पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया।
श्री बिट्टा जी ने मानवता की रक्षा को अपना जीवन समर्पित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि पूज्य साधु-संतों की प्रेरणा ही है जो भारतवर्ष और विश्व में अहिंसा और मानवता के संदेश को पहुँचाती है।
उन्होंने इस अवसर पर शेठ टोडरमल जी का भी स्मरण किया, जिन्होंने मुग़ल काल में गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों के अंतिम संस्कार हेतु स्वर्ण मुद्राओं से भूमि खरीदी थी। इस प्रसंग का उल्लेख करते हुए श्री बिट्टा जी ने त्याग, सेवा और मानवता की परंपरा को प्रणाम किया।