रफीगंज विधानसभा चुनाव 2025: प्रोफेसर डॉक्टर गुलाम शाहिद बोले – जनता का गुस्सा सत्ता के खिलाफ, सब कुछ क्लियर है!

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शनिवार, 08 नवंबर 2025 की सुबह, संवाददाता रफीगंज विधानसभा क्षेत्र संख्या–224 की ओर जा रहे थे। इसी क्रम में वार बाजार के मुख्य पथ पर इंडिया गठबंधन समर्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी एवं नगर पंचायत रफीगंज के पूर्व चेयरमैन, प्रोफेसर डॉक्टर गुलाम शाहिद से उनकी मुलाकात जनसंपर्क अभियान के दौरान हुई।

संवाददाता ने सवाल किया कि चुनाव प्रचार अब अंतिम चरण में है, रविवार, 09 नवंबर को प्रचार समाप्त हो जाएगा। ऐसे में जनता का अब तक क्या रुख देखने को मिल रहा है? इस पर डॉक्टर शाहिद ने कहा — “देखिए, खासकर हमारे नवयुवक और अभिभावक दो घंटे से लगातार इंतजार कर रहे हैं। एक भी व्यक्ति वहां से नहीं हटा। कल डी-एरिया में भीड़ टूट पड़ी थी। हमारे जनसमर्थन का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है। मनोज जी की सभा से ढाई से तीन गुना अधिक भीड़ हमारे साथ थी।”

जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देव मोड़ पर आए थे और बड़ी जनसभा की, इस पर उनकी प्रतिक्रिया क्या है? तो मुस्कुराते हुए बोले — “कुर्सियां खाली रह गई थीं। प्रधानमंत्री जी की सभा में लालटेन छाप जिंदाबाद के नारे गूंज रहे थे।”

इसके बाद संवाददाता ने सवाल किया कि एनडीए का दावा है — “2025 में फिर से नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे” और औरंगाबाद जिले की सभी छह सीटों पर उनकी जीत तय है। इस पर डॉक्टर शाहिद ने कहा — “हम 1980 से राजनीति कर रहे हैं। जब भी वोटिंग प्रतिशत अधिक होता है, सत्ता के खिलाफ जाता है। इस बार लगभग 6-7% अधिक मतदान हुआ है, जो इस बात का संकेत है कि जनता सत्ता से नाराज़ है और बदलाव चाहती है।”

प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बार बिहार में लगभग 65% मतदान हुआ — अब तक का सबसे अधिक — और यह एनडीए सरकार के विकास का प्रमाण है, इस पर डॉक्टर शाहिद ने कहा — “हाई वोटिंग का मतलब होता है कि जनता में गुस्सा है। गुस्से में ही वोट बढ़ता है। यह रिएक्शन वोट है, जो सीधे सत्ता के खिलाफ जाता है।”

जब संवाददाता ने पूछा कि रफीगंज विधानसभा सीट को इस बार “हॉट सीट” कहा जा रहा है, इस पर उन्होंने स्पष्ट कहा — “रफीगंज सीट हॉट नहीं है। जो जीता वही सिकंदर। हमने पांच बार जीत दर्ज की है, जबकि हमारे विरोधी दल के किसी प्रत्याशी ने ऐसा प्रदर्शन नहीं किया।”

अंत में जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें इस बार इंडिया गठबंधन की जीत पर भरोसा है, तो उन्होंने आत्मविश्वास से कहा — “यहां सब क्लियर है!”

निष्कर्ष:

रफीगंज विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण में माहौल पूरी तरह गर्म है। एक ओर एनडीए विकास के नाम पर भरोसा जता रही है, वहीं इंडिया गठबंधन सत्ता विरोधी लहर का दावा कर रहा है। प्रोफेसर डॉक्टर गुलाम शाहिद का कहना है कि जनता इस बार बदलाव चाहती है, और रफीगंज में जीत “इंडिया गठबंधन” की ही होगी।

रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय

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