औरंगाबाद (बिहार) — बुधवार, 10 दिसंबर 2025 को रफीगंज थाना क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर हुए गोलीकांड के बाद राजनीति गरमा गई है। घटना में राजद नेता माहीद खान को गोली लगने के बाद राजद के ही एक नेता, कारी सोहेब ने सोशल मीडिया पर सीधे जदयू विधायक सह समाजसेवी प्रमोद कुमार सिंह पर गंभीर आरोप लगा दिए। उनका कहना था कि चुनावी रंजिश में विधायक के लोगों ने माहीद खान को घेरकर पहले सिर पर रॉड से हमला किया और फिर पैर में गोली मार दी।
इन गंभीर आरोपों के बीच जदयू विधायक प्रमोद कुमार सिंह ने शुक्रवार, 12 दिसंबर 2025 को सुबह 10 बजे अपने जिला मुख्यालय स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। मीडिया कर्मियों से बात करते हुए विधायक ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि बुधवार को जो गोली चली वह केवल जमीन विवाद का मामला है और इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि माहीद खान खुद एक गैंग चलाते हैं, और इस गैंग में रफीगंज के सी.ओ. जैसे सरकारी पदाधिकारी भी शामिल हैं। उनके अनुसार, यह समूह किसानों और व्यवसायियों की जमीन हड़पने जैसे कामों में लिप्त है, और यह गतिविधियाँ लंबे समय से जारी हैं।
स्थानीय लोगों का भी कहना है कि रफीगंज, नगर पंचायत और आसपास के क्षेत्रों में जमीन से जुड़ी समस्याएँ वर्षों से बनी हुई हैं। कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भू-माफियाओं ने स्थिति को इतना उलझा दिया है कि यह समझना मुश्किल हो गया है कि कौन सी जमीन किसकी है।
प्रेस कांफ्रेंस में जदयू जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ़ गुड्डू सिंह, जदयू युवा अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ राजा बाबू और अजय पासवान भी मौजूद थे।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय, ब्यूरो चीफ
