रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में पहली बार जदयू से विधायक बने प्रमोद कुमार सिंह के नेतृत्व में संगठन को जमीनी स्तर पर और मज़बूत करने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पोगर पंचायत में संगठनात्मक मजबूती के उद्देश्य से मनोज कुमार सिंह को कार्यकारी पंचायत अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। यह निर्णय क्षेत्र में जदयू की पकड़ को और सशक्त करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने औरंगाबाद जिले की दो महत्वपूर्ण सीटों पर नए समीकरण के साथ प्रत्याशी उतारे थे। रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से समाजसेवी प्रमोद कुमार सिंह को टिकट दिया गया, जबकि नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से बिहार के चर्चित नेता आनंद मोहन सिंह के पुत्र चेतन आनंद को चुनाव मैदान में उतारा गया। दोनों ही प्रत्याशियों ने चुनाव जीतकर पार्टी और एनडीए गठबंधन को मजबूती प्रदान की।
जब प्रमोद कुमार सिंह को रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से जदयू का प्रत्याशी घोषित किया गया, उस समय पार्टी के भीतर हलचल भी देखने को मिली। रफीगंज से लगातार दस वर्षों तक विधायक रह चुके और उस समय जदयू के जिलाध्यक्ष रहे अशोक कुमार सिंह ने जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि वे पार्टी में बने रहेंगे, लेकिन इस बार रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी कार्य नहीं करेंगे। बताया जाता है कि वे स्वयं इस सीट से दावेदारी पेश कर रहे थे और अपनी पत्नी डॉक्टर निशा सिंह के साथ क्षेत्र में सक्रिय रूप से दौरा भी कर रहे थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रमोद कुमार सिंह के पिछले चुनावी रिकॉर्ड और सामाजिक सक्रियता को देखते हुए उन्हें रफीगंज से जदयू का टिकट दिया। प्रमोद कुमार सिंह ने वर्ष 2015 में लोजपा के सिंबल पर चुनाव लड़कर दूसरा स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद वर्ष 2020 में वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे और 53,896 मत प्राप्त कर फिर से दूसरे स्थान पर रहे थे। इन्हीं उपलब्धियों और जनाधार को ध्यान में रखते हुए उन्हें इस बार एनडीए गठबंधन का समर्थित प्रत्याशी बनाया गया, और उन्होंने जीत हासिल की।
चुनाव के दौरान यह भी चर्चा में रहा कि टिकट नहीं मिलने से नाराज़ होकर अशोक कुमार सिंह ने अंदरूनी तौर पर पार्टी प्रत्याशी का विरोध किया और राजद प्रत्याशी को समर्थन दिया। इस बात का उल्लेख औरंगाबाद के ब्लॉक मोड़ स्थित सम्राट अशोक भवन में 13 दिसंबर 2025 को आयोजित अभिनंदन सह आभार कार्यक्रम एवं सदस्यता अभियान के दौरान मंच से कई नेताओं ने खुले तौर पर किया। इसके बावजूद जदयू कार्यकर्ताओं की मेहनत और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले 20 वर्षों के विकास कार्यों पर जनता के भरोसे ने रफीगंज और नबीनगर दोनों सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों को जीत दिलाई।
इसी जीत के बाद अब संगठन को पंचायत स्तर तक मजबूत करने की कवायद तेज कर दी गई है। पोगर पंचायत में मनोज कुमार सिंह को कार्यकारी पंचायत अध्यक्ष बनाए जाने को इसी दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। मनोज कुमार सिंह पोगर पंचायत के संथूआ गांव के निवासी हैं और स्थानीय स्तर पर उनकी सक्रियता और पकड़ को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस फैसले से पंचायत स्तर पर संगठन और अधिक सक्रिय होगा और आने वाले समय में पार्टी को इसका सीधा लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर, प्रमोद कुमार सिंह के विधायक बनने के बाद रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में जदयू संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिलती दिखाई दे रही है, जिसका असर आने वाले दिनों में साफ तौर पर देखने को मिल सकता है।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.
