सोननगर जंक्शन चोरी कांड में 3.50 करोड़ की चोरी में 15 गिरफ्तार
औरंगाबाद (बिहार) : सोननगर जंक्शन पर करीब 3.50 करोड़ रुपये की चोरी के मामले में औरंगाबाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के सहयोग से गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने इस कांड में शामिल टार्जन रमेश गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मंगलवार 09 दिसंबर 2025 को पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल की अनुपस्थिति में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-01 संजय कुमार पाण्डेय ने समाहरणालय सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी।
उन्होंने बताया कि सोननगर जंक्शन स्थित टीएसएस परिसर से ट्रांसफार्मर ऑयल, साइट प्लेट के नट और कीमती कॉपर प्रोजेक्ट की चोरी की गई थी। इस संबंध में ब्लू स्टार कंपनी के एचआर अभिजीत जीवन इंग्लिश के लिखित आवेदन पर बारुण थाना कांड संख्या 409/25 (दिनांक 23 अगस्त 2025) दर्ज की गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी जांच और गुप्त सूचना के आधार पर 08 दिसंबर 2025 को सोननगर स्टेशन के पीछे एक पिकअप वाहन पर लदे तांबे के तार के साथ रमेश चौधरी को पकड़ा गया। पूछताछ में मिले सुराग पर सोननगर भवर और केशवपुर इलाके से स्कॉर्पियो और बोलेरो में छिपे 14 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने मिलकर “टार्जन रमेश गैंग” बनाया था। यह गिरोह रेलवे स्टेशनों पर नए लगे ट्रांसफार्मरों से कॉपर तार काटकर चोरी करता था। शाम के समय रेकी करने के बाद रात करीब 7 बजे सभी लोग घटनास्थल पर पहुंचते और 30-40 किलोमीटर दूर मोबाइल बंद करके चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। चोरी के तार को पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले में दिल्ली-कोलकाता हाईवे के पास कबाड़ दुकानों में बेच दिया जाता था और रकम आपस में बांट ली जाती थी।
इस गिरोह का नेटवर्क बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था। पहले भी समस्तीपुर, सकडी, पंडौल समेत कई इलाकों में चोरी की घटनाएं कर चुके थे। करीब दो महीने पहले मुगलसराय (पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन) के पास संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की बोगी से सामान गिराकर भी चोरी की थी।
पुलिस ने इस कार्रवाई में करीब 12 क्विंटल कॉपर तार, 1 पिकअप, 1 स्कॉर्पियो, 1 बोलेरो, 5 एंड्रॉयड मोबाइल और 3 कीपैड मोबाइल बरामद किए हैं। सभी 15 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।
इस पूरी कार्रवाई में बारुण थाना पुलिस और आरपीएफ डेहरी ऑन सोन व गयाजी जंक्शन की टीम की अहम भूमिका रही।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.
