सदर सीट पर सत्ता बदल: आनंद शंकर की हार और त्रिविक्रम सिंह की जीत की असली वजहें
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर लोजपा और जदयू साथ न आते, तो नई चेहरे के रूप में त्रिविक्रम नारायण सिंह के लिए जीत आसान नहीं थी।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर लोजपा और जदयू साथ न आते, तो नई चेहरे के रूप में त्रिविक्रम नारायण सिंह के लिए जीत आसान नहीं थी।