औरंगाबाद: ( बिहार ) वोटर अधिकार यात्रा के नाम पर इंडिया गठबंधन के चर्चित सभी नेताओं के साथ औरंगाबाद पहुंचे हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने रमेश चौक स्थित बनाए गए मंच से जनसभा को संबोधित किया.
इस मौके पर जनसभा को जब संबोधित करने लगे, तो उन्होंने कई बार मिस्टेक से औरंगाबाद के चर्चित नाम रमेश चौक के बजाय शंकर चौक का जिक्र कर दिया. हालांकि मंच पर उपस्थित इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कई बार माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव को इशारा भी किया, कि यह शंकर चौक नहीं, बल्कि रमेश चौक है. लेकिन उन्होंने अपने बोलने की धुन में ध्यान नहीं दिया, और लगातार कई बार शंकर चौक का ही जिक्र करते रहे.
इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि अधिकार यात्रा में शंकर चौक पर उपस्थित इस मंच पर आदरणीय राहुल गांधी जी, मंच पर उपस्थित बड़े भाई मुकेश साहनी जी, दीपांकर भट्टाचार्य जी, मंच पर उपस्थित हमारे माननीय सांसद, अभय कुशवाहा जी, माननीय विधायक, डब्लू जी, माननीय विधायक, आनंद शंकर जी, नेहालुद्दीन साहब जी, हमारे माननीय तनवीर साहब, और ऋषि जी, सुदय जी, सुरेश पासवान जी और हमारे गोह के विधायक हमारे भाई भीम जी, और राजेश राम जी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और कुटुंबा से विधायक हैं. इस मंच पर सभी नेता, पदाधिकारी हैं. महागठबंधन साथियों के, और दूर – दराज से औरंगाबाद में शंकर चौक पर उपस्थित सभी बुजुर्ग भाइयों को, नौजवान भाइयों को, तेजस्वी का आदाब, सलाम, प्रणाम.
इसके बाद फिर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं बिहार विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता, माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपनी भाषण में सुधार करते हुए शंकर चौक के बजाय चर्चित रमेश चौक का ही जिक्र किया, और मंच से जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस रमेश चौक पे, इतनी रात में भी, बारिश आने के बाद भी, आप सब लोग यहां उपस्थित हुए हैं. इसके लिए हम धन्यवाद देना चाहते हैं. इसके बाद माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने संबोधन में कहा कि आप लोग किस लिए यहां आए हैं. अपने-अपने मत के अधिकार के लिए आए हैं, कि नहीं आए हैं. ये वोट की चोरी नहीं, वोट की डकैती कर रहे हैं. उनको भगाने आए हैं, कि नहीं आए हैं.
देखिए एक बड़ी साजिश चल रही है. लगातार हर राज्यों में, इलेक्शन कमीशन जो है. अब चुनाव आयोग, चुनाव आयोग नहीं रह गया है. वो गोदी आयोग रह गया है, और जो भाजपा सामने से जो काम नहीं कर पाती है. उसके लिए भाजपा ईडी, सी.बी.आई., इनकम टैक्स लगाती है. जब बिहार में ईडी, सी.बी.आई., इनकम टैक्स फेल हो गया, तो इस बार इलेक्शन कमीशन को बिहार में एस.आई.आर. के जरिए आपके मत को चुराना चाहते हैं ये लोग.
बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान में गरीब से गरीब, कमजोर से कमजोर क्यों ना हो. ताकतवर आदमी क्यों ना हो. अमीर से अमीर क्यों ना हो. सबको सम्मान अधिकार दिया है. वो वोट का अधिकार दिया है. कोई आदमी कहता है, राहुल जी कहते हैं. कोई आदमी कहता है, लालू जी कहते हैं. वोट का राज, मतलब छोट का राज. ये आप लोग के अधिकार को ही नहीं, बल्कि आपके अस्तित्व को ये डबल – इंजन की सरकार, जो खटारा सरकार है. ये आपके अधिकार को छीनना चाहती है. इसलिए आप सब लोगों से हम ये कहना चाहते हैं. अपने अपने मतों की रक्षा कीजिए. पहले वोटर लिस्ट से नाम काट रहे हैं लोग. जो जिंदा हैं, उनको मार दिया. जो, मृत्यु जिनकी हो गई. उनका वोटर लिस्ट में चित्र लगा हुआ है. गड़बड़, घोटाला हो रहा है.
कई लोगों का, बताइए कि कितने लोगों का नाम कटा. कितने के रिश्तेदारों का नाम कटा. कितने के दोस्तों का नाम कटा. जरा हाथ उठाकर बताने का काम कीजिए. बड़ी तादाद में कटा. इसके बाद माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि ये बेईमानी हम लोग नहीं चलने देंगे.
हम धन्यवाद देना चाहते हैं राहुल गांधी जी को, कि यात्रा करके बिहार में, आप लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं. आप लोगों को जागरुक कर रहे हैं, और ये हम सब महागठबंधन के नेता विश्वास दिलाते हैं कि किसी के माई के लाल में दम नहीं है. जो हम बिहारियों का वोट काट सके. कोई गुजरात से आकर के दो व्यक्ति बताएगा, कि बिहार का वोटर कौन होगा. अरे मोदी जी हम बिहारियों को चुना मत लगाइए. बिहारी लोग खैनी में चूना लगा देता है. हम लोगों से पंगा भारी पड़ेगा. एक बिहारी सब पर भारी. एक बिहारी सब पर भारी. ये बेरोजगारी हटाना है. पढ़ाई के बाद सिंचाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार बनानी है.
इसके बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं बिहार विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता, माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार पर मजाकिया लहजे में ही कमेंट करते हुए कहा कि ये अचेत अवस्था में हमारे चाचा चले गए हैं.
अब बिहार इनसे संभालने वाला नहीं है. आप लोग परिवर्तन चाहते हो, कि नहीं चाहते हो. परिवर्तन चाहते हो, तो अपना-अपना वोट की रक्षा करना. नहीं तो ये बेईमान लोग आपके वोट को छीनने का काम करेंगे. आपके अधिकार को छीनकर नाकाम काम करेंगे. इसलिए अब ज्यादा समय नहीं देंगे. ये नकलची सरकार है. बताइए हमने पेंशन की बात की, कि 1,500 रुपया बढ़ाएंगे, तो ये सरकार कहती है कि 1,100 रुपया बढ़ाएंगे. हमने कहा 200 यूनिट फ्री में बिजली देंगे, तो ये सरकार कहती है 125 यूनिट हम देंगे. हमने कहा डोमिसाइल लागू नीति करेंगे, तो ये सरकार कहती है.
हम भी डोमिसाइल नीति लागू करेंगे. हमने कहा युवा आयोग का गठन करेंगे, तो ये सरकार भी कहती है कि हम युवा आयोग का गठन करेंगे. तेजस्वी ने कहा कि सिखा दें. 17 महीने में 05 लाख लोगों को नौकरी दिया. वही चाचा जो कहते थे असंभव है. कहां से लायेगा, अपने बाप के पास से पैसा लायेगा, नौकरी देगा. आज वही चाचा को नौकरी की बात करनी पड़ती है. लेकिन अब चाचा जी आपसे बिहार चलने वाला नहीं है. अरे भाजपा वाला भी सिर्फ चुनाव तक घसीट रहा है उनको. चुनाव के बाद उनको भी डंप कर देगा.
बीजेपी वाले लोगों को डिजाइन सब बिहार के लोग जानते हैं. इसलिए इस बार हम लोग नये सोच के हैं. नया बिहार बनाना है, और आप सब लोगों का, चाहे कोई जात के भाई हो. कोई धर्म के हो. चाहे अगड़ा हो, पिछड़ा हो. दलित हो, अति पिछड़ा, अल्पसंख्यक भाई हों. सभी दलित भाइयों को हम लोग साथ लेकर चलने का काम करेंगे.
ये दंगा – फसाद वाली पार्टी को इस बार सत्ता से बेदखल करके ही हम लोग चैन की सांस लेंगे, और एक नई सरकार बनाएंगे. जो बिहार को बढ़ाने का काम करेगा. केवल सरकार ही बनाने का काम नहीं करेगा, बल्कि बिहार को बढ़ाने का काम करेगा, तो ज्यादा हम कुछ कहना नहीं चाहते. आप सब लोग अपने-अपने लोगों को, जो भी आपके संपर्क में लोग है.
वोट को बचाने के लिए, अपने अधिकार को बचाने के लिए, आप लोगों का इस लड़ाई में, सब लोगों का सहयोग मिला. इसलिए औरंगाबाद की जनता को, रमेश चौक पर आए हुए सभी हमारे साथियों का अभिनंदन करते हुए अपनी बात को विराम देता हूं, और राहुल गांधी जी को हम ढेरों बधाई देते हैं, कि इन लोगों का जो काला धंधा है. जो ये लोग जिस प्रकार से लोकतंत्र और संविधान को खत्म कर रहे हैं.
राहुल गांधी जी आप आगे बढ़िए, हम सब लोग, आपके साथ में पूरा देश खड़ा है. किसी की हैसियत नहीं है. जो बाबा साहेब द्वारा के संविधान को खत्म कर दें. लोकतंत्र को खत्म कर दे, और बिहार लोकतंत्र की जननी है, और भाजपा चाहती है लोकतंत्र की जननी से, लोकतंत्र को खत्म कर दें, तो बिहारी चुप बैठने वाला नहीं है. लड़ाई लड़ना है, कि नहीं लड़ना है. तब भीड़ से आवाज आई, कि हां लड़ना है, लड़ना है.
इसके बाद बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दूर – दराज से जो लोग हैं. वो हाथ उठाकर के बताइए. लड़ना है ना. सब लोग हाथ खड़ा कीजिए, लड़ना है ना, तो आप सब लोगों को दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए अपनी बात को जो है. यहीं विराम देंगे, अपनी आज से खटारा सरकार को जाना तय है. बहुत-बहुत धन्यवाद. सरकार बनेगी तो माई – बहिन मान योजना का लाकर के सभी गरीब महिलाओं को खाते में 2,500 रुपया प्रतिमाह हम लोग दिलाने का काम करेंगे, और तेजस्वी ने जो कहा, वो किया है.
तेजस्वी की उम्र कच्ची हो सकती है. लेकिन जुबान पक्की है. बहुत-बहुत धन्यवाद. जय हिंद, जय बिहार. फिर अंत में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, माननीय तेजस्वी यादव ने मंच से पब्लिक को नारा देते हुए नारा लगवाया कि वोट चोर, गद्दी छोड़. वोट चोर, गद्दी छोड़. फिर माननीय तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंच से कहा कि नहीं छोड़ेगा तो बिहारी लोग बुझा देगा, कि कैसे छुड़वाया जाता है. बहुत-बहुत धन्यवाद, बहुत-बहुत धन्यवाद.
रिपोर्ट ; जीअजय कुमार पाण्डेय.