औरंगाबाद, 14 दिसंबर : बिहार विधान सभा चुनाव 2025 संपन्न होने और राज्य में एनडीए की सरकार बनने के बाद औरंगाबाद जिला मुख्यालय स्थित ब्लॉक मोड़ के पास सम्राट अशोक भवन में जनता दल यूनाइटेड की ओर से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शनिवार, 13 दिसंबर 2025 को आयोजित इस कार्यक्रम में पहली बार चुनाव जीतकर विधायक बने नेताओं का अभिनंदन किया गया, साथ ही पार्टी के सदस्यता अभियान की भी औपचारिक शुरुआत की गई।
इस मौके पर मंच से बोलते हुए नबीनगर विधानसभा क्षेत्र संख्या 221 से पहली बार जदयू विधायक बने चेतन आनंद ने अपनी बात रखी। चेतन आनंद, बिहार के चर्चित नेता आनंद मोहन के पुत्र हैं। उल्लेखनीय है कि करीब 28 वर्ष पहले इसी नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से उनकी माता लवली देवी विधायक रह चुकी हैं। यह भी ध्यान देने योग्य है कि विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चेतन आनंद शिवहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे।

कार्यक्रम के दौरान जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपने-अपने संबोधन में बिना नाम लिए रफीगंज विधानसभा क्षेत्र संख्या 224 से लगातार 10 वर्षों तक विधायक रहे और टिकट की घोषणा के बाद जदयू जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले अशोक कुमार सिंह पर तीखे कटाक्ष किए। नेताओं ने कहा कि कुछ लोगों को यह गलतफहमी थी कि औरंगाबाद जिले में जनता दल यूनाइटेड उनकी निजी पार्टी है और जिले में वही होगा, जो वे चाहेंगे।
नेताओं ने मंच से यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने ऐसी सोच को कभी स्वीकार नहीं किया। उन्होंने रफीगंज से समाजसेवी प्रमोद कुमार सिंह और नबीनगर से चेतन आनंद को पार्टी का टिकट दिया और दोनों प्रत्याशियों ने कठिन परिस्थितियों में भी चुनाव जीतकर यह साबित कर दिया कि पार्टी जनता के भरोसे पर चलती है।
जदयू नेताओं ने आगे कहा कि टिकट वितरण से पहले तक जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष यह नहीं समझ पाए थे कि जनता दल यूनाइटेड एक व्यक्ति या परिवार की नहीं, बल्कि सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। यह पार्टी न तो किसी जिलाध्यक्ष की निजी जागीर है और न ही किसी एक परिवार की।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.
