गया जी (बिहार) : बिहार की डबल इंजन की सरकार सहित एन डी ए के नेता, कार्यकर्ता, बिहार में वोटर अधिकार यात्रा की आपार सफलता से घबरा कर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के इशारे पर कॉंग्रेस, राजद, सीपीआई, सीपीआईएम माले, वीआईपी पार्टियों पर अनर्गल आरोप लगा कर 04 सितंबर 2025 को बिहार बंद की घोषणा पूरी तरह चोर मचाये शोर वाली कहावत को चरितार्थ करती है.
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद ख़ाब अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, विपिन बिहारी सिन्हा, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुनील कुमार, किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष युगल किशोर सिंह, शिक्षा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विद्या शर्मा, शिव कुमार चौरसिया, आदि ने कहा कि वोटर अधिकार की आपार सफलता से घबराए भाजपा गठबंधन द्वारा प्रायोजित युवा से प्रधानमंत्री जी के माँ के बारे में अनर्गल बयान दिला कर इस मामले को कई दिनों से कभी कॉंग्रेस कार्यालय पर सरकार प्रायोजित आक्रमण, गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन तक जब बिहारवासी इस मुद्दे का कोई नोटिस नहीं लिया तो अब भाजपा गठबंधन बिहार बंद की नौटंकी कर रहा है, जिसे बिहार की देवतुल्य क्रांतिकारी ज़न मानस फ्लॉप कर देंगे.
नेताओ ने कहा की देश के प्रधानमंत्री जिस प्रकार बिहार बंद के पहले माँ की महानता पर बखान कर बिहारवासियों को जिस प्रकार ललकार रहे है, लेकिन शायद वो भूल रहें है कि उन्होंने देश के सजग, साहसी, संघर्षशील, लोकप्रिय, जनप्रिय नेता, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष, कॉंग्रेस पार्टी के सर्वमान्य नेता, इंडिया गठबंधन के महानायक राहुल गांधी जी की माँ सोनिया गांधी पिता राजीव गांधी, नानी इंदिरा गांधी, परनाना जवाहरलाल नेहरू को कई बार सार्वजानिक मंच तथा सोशल मीडिया पर वे, उनके मंत्रीगण, नेता, कार्यकर्ता न जाने क्या, क्या नहीं बोला गया जिसे लिखा जाये तो एक किताब बन जाएगा, जिसका राजनीति में कोई जगह नही हैं.
नेताओ ने कहा की राहुल गांधी हमेशा कहा करते है की मैं देश के लिए गाली क्या गोली खाने को भी तैयार हूँ.
नेताओ ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा तथा घर- घर अधिकार संपूर्ण बिहार में जन आंदोलन बन गया है.
नेताओ ने बिहार जिसे देश का सबसे राजनीतिक उर्वरा भूमि कहा जाता है, यहां की देवतुल्य जनमानस ए डी ए के बिहार बंद को सुपर फ्लॉप बनाएगी.
रिपोर्ट: विश्वनाथ आनंद.