औरंगाबाद (बिहार) : बिहार विधानसभा आम चुनाव 2025 की तिथि की जैसे ही चुनाव आयोग ने आधिकारिक घोषणा की, वैसे ही पूरे राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गईं। विशेषकर औरंगाबाद जिले में चुनावी चर्चा हर गली, नुक्कड़, चाय-पान की दुकान और चौक-चौराहे पर प्रमुखता से होने लगी है।
लोगों के बीच यह चर्चाएं आम हो चुकी हैं कि कौन जीतेगा, कौन हारेगा, किसको कितने वोट मिलेंगे और कौन-कौन से मुद्दे इस बार मुख्य होंगे। हर कोई अपनी-अपनी राजनीतिक समझ और पसंद के अनुसार विश्लेषण करते हुए दिखाई दे रहा है।
हालांकि, पूरी चुनावी प्रक्रिया संपन्न होने में अभी लगभग एक माह का समय है, लेकिन प्रशासन ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला प्रशासन द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न माध्यमों से अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें मतदान की प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, आचार संहिता और मतदाता सूची की जानकारी शामिल है।
बिहार की सियासत में गठबंधन और महागठबंधन की टक्कर हमेशा चर्चा में रही है। इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। कौन किससे आगे निकलेगा, यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी, लेकिन जनता की जागरूकता और भागीदारी से साफ जाहिर है कि चुनावी माहौल पूरी तरह से गरमाया हुआ है।अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार बिहार की जनता किसे सत्ता की चाबी सौंपती है और किस पार्टी का डंका विधानसभा में गूंजता है।
रिपोर्ट: विश्वनाथ आनंद.