नई दिल्ली | 15 दिसंबर : दिल्ली-एनसीआर इन दिनों भीषण वायु प्रदूषण और घने कोहरे की दोहरी मार झेल रहा है। जहरीली हवा लोगों की सेहत पर बुरा असर डाल रही है, वहीं धुंध की मोटी परत ने हालात और गंभीर बना दिए हैं। सोमवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 498 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। दिन के कुछ समय में यह स्तर 500 के पार भी पहुंच गया।
राजधानी में बिगड़ती हवा को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एहतियातन कदम उठाए हैं। स्कूलों की कक्षा पांचवीं तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड से पढ़ाई को पूरी तरह ऑनलाइन मोड में संचालित करने के निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि बच्चों की सेहत पर असर न पड़े।
दिल्ली के 38 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया, जबकि दो केंद्रों पर यह बहुत खराब श्रेणी में रहा। जहांगीरपुरी स्थित वायु गुणवत्ता पूर्ण चेतावनी प्रणाली के अनुसार, आने वाले छह दिनों तक भी दिल्ली की हवा गंभीर से बेहद खराब श्रेणी में बनी रह सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि फिलहाल हवा की औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम है। हवा की रफ्तार कम होने के कारण प्रदूषण फैल नहीं पा रहा है, जिससे हालात और बिगड़ रहे हैं।
कोहरे का असर हवाई यातायात पर भी साफ दिखाई दिया। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर घने कोहरे के कारण सोमवार को 100 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 300 से ज्यादा उड़ानें देरी से संचालित हुईं। इसके अलावा कम से कम पांच उड़ानों को नजदीकी शहरों की ओर डायवर्ट किया गया।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण और कोहरे का यह दौर लोगों की दिनचर्या और स्वास्थ्य दोनों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।
रिपोर्ट: शाहबुद्दीन अंसारी.
