औरंगाबाद (बिहार) जिले के रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रत्याशी रहे मनोज कुमार सिंह सोमवार, दिनांक 15 दिसंबर 2025 को सदर प्रखंड अंतर्गत अकौना गांव पहुंचे। यहां उन्होंने एक शोकाकुल परिवार के श्राद्ध कर्म कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। उनका यह दौरा पूरी तरह से सामाजिक और मानवीय भावनाओं से जुड़ा रहा, जहां उन्होंने शांति, श्रद्धा और सम्मान के साथ दिवंगत आत्मा को नमन किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अकौना गांव में यह श्राद्ध कर्म कार्यक्रम सुरेश सिंह, अशोक सिंह और अरविंद सिंह की स्वर्गीय माता जी के निमित्त आयोजित किया गया था। परिवार द्वारा पूरे विधि-विधान और परंपराओं के अनुसार श्राद्ध कर्म संपन्न किया जा रहा था। इस अवसर पर गांव के कई गणमान्य लोग, रिश्तेदार और ग्रामीण उपस्थित थे। माहौल पूरी तरह से शांत, गंभीर और भावनात्मक था।
मनोज कुमार सिंह जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, उन्होंने सबसे पहले दिवंगत माता जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने परिवार के सदस्यों से मिलकर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और इस दुख की घड़ी में धैर्य बनाए रखने का संदेश दिया।
श्राद्ध कर्म के दौरान मनोज कुमार सिंह ने कहा कि माता-पिता का स्थान जीवन में सर्वोच्च होता है और उनके जाने का दुख शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने परिवार को यह भरोसा दिलाया कि समाज उनके साथ है और हर कठिन समय में एक-दूसरे का सहारा बनना ही मानवीय धर्म है। उनके शब्दों से परिवार को सांत्वना मिली और माहौल में अपनापन महसूस हुआ।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी मनोज कुमार सिंह की इस उपस्थिति को सराहा। लोगों का कहना था कि राजनीतिक जीवन से जुड़े होने के बावजूद वे सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इससे यह संदेश जाता है कि जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय ही नहीं, बल्कि आम लोगों के सुख-दुख में भी साथ खड़े रहते हैं।
श्राद्ध कर्म कार्यक्रम पूरी श्रद्धा और शांति के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार, पिंडदान और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए गए। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए सामूहिक रूप से प्रार्थना की।
मनोज कुमार सिंह ने जाते समय एक बार फिर परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि किसी भी आवश्यकता या सहयोग के लिए वे सदैव उपलब्ध रहेंगे। उनका यह व्यवहार सामाजिक सौहार्द और मानवीय संवेदनाओं का प्रतीक माना गया।
इस तरह अकौना गांव में आयोजित यह श्राद्ध कर्म कार्यक्रम न केवल एक पारिवारिक धार्मिक अनुष्ठान रहा, बल्कि इसमें समाज के विभिन्न वर्गों की सहभागिता और संवेदनशीलता भी देखने को मिली। मनोज कुमार सिंह की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी सम्मानजनक बना दिया।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय.
