एच.एल. कुमार एंड एसोसिएट्स और श्रम कानून संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में नए श्रम कानून संहिताओं को लेकर एक विशेष सेमिनार का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई चार नई श्रम संहिताओं के बारे में लोगों को सही जानकारी देना और उनके प्रभाव को समझाना था।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 21 नवंबर 2025 को चार श्रम संहिताओं – वेतन संहिता 2019, औद्योगिक संबंध संहिता 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता 2020 – को अधिसूचित कर लागू किया। इन संहिताओं के लागू होने से श्रम कानूनों में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव आया है।
इन नए कानूनों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए यह सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें देशभर से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में उद्योग प्रतिनिधियों, एचआर प्रोफेशनल्स, अधिवक्ताओं और अन्य संबंधित विशेषज्ञों की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली।
एच.एल. कुमार एंड एसोसिएट्स के प्रबंध साझेदार श्री गौरव कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए वेतन संहिता के अंतर्गत वेतन की नई परिभाषा और इसके व्यावहारिक प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि नई व्यवस्था से कर्मचारियों के टेक-होम सैलरी और सामाजिक सुरक्षा लाभों (जैसे पीएफ और ग्रेच्युटी) पर क्या असर पड़ेगा।
इसके बाद श्री यजत कुमार ने निश्चित अवधि पर नियुक्त कर्मचारियों और गिग वर्कर्स के लिए नई संहिताओं में किए गए प्रावधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इन संहिताओं से असंगठित क्षेत्र को भी सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने का प्रयास किया गया है।
इस सेमिनार में उन विशेष अतिथियों की भी मौजूदगी रही, जो इन श्रम संहिताओं के प्रारूप तैयार करने की प्रक्रिया में शामिल रहे हैं। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी और जानकारी से भरपूर बताया।
