औरंगाबाद (बिहार) – बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अंततः डॉक्टर गुलाम शाहिद को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। नामांकन की अंतिम तिथि से एक दिन पूर्व, रविवार 19 अक्टूबर 2025 को यह फैसला लिया गया, जिससे क्षेत्र की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
डॉ. गुलाम शाहिद, नगर पंचायत रफीगंज के पूर्व चेयरमैन हैं और वर्तमान चेयरमैन मीरीख दरखंशा के प्रतिनिधि भी रह चुके हैं। वे प्रोफेसर हैं और रफीगंज टाउन के निवासी हैं। लंबे समय से राजद से जुड़ाव रखने वाले डॉक्टर शाहिद पार्टी के अंदरूनी समर्थक माने जाते रहे हैं। उनकी उम्मीदवारी की चर्चा पहले से चल रही थी, विशेष रूप से तब से जब यह कयास लगाए जा रहे थे कि वर्तमान विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन का टिकट इस बार कट सकता है।

शाहिद ने पहले ही इच्छा जाहिर कर दी थी कि यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। दूसरी ओर, पार्टी के अंदर चला राजनीतिक मंथन यह भी संकेत दे रहा था कि गया के पूर्व विधान पार्षद अनुज कुमार सिंह को भी टिकट दिया जा सकता है, जिन्हें 2020 में औरंगाबाद से राजद ने विधान पार्षद चुनाव में उतारा था। अनुज कुमार को भी एक मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा था।
वहीं एनडीए गठबंधन की ओर से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने प्रमोद कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। प्रमोद सिंह पहले लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव रह चुके हैं। 2015 में लोजपा और 2020 में निर्दलीय उम्मीदवार रहते हुए उन्होंने रफीगंज विधानसभा से 53,896 वोट पाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया था। इस बार उन्हें हराना राजद के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
इन तमाम समीकरणों और विचार-विमर्श के बाद, राजद ने डॉक्टर गुलाम शाहिद को पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया। अब वे सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को जिला मुख्यालय औरंगाबाद पहुंचकर नामांकन दाखिल करेंगे। यह नामांकन द्वितीय चरण के तहत 11 नवंबर 2025 को होने वाले मतदान के लिए किया जाएगा।
इसकी पुष्टि स्वयं डॉक्टर गुलाम शाहिद ने संवाददाता से रविवार दोपहर हुई बातचीत में की।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय / अनिल कुमार विश्वकर्मा