औरंगाबाद (बिहार): नगर पंचायत रफीगंज के भदवा मोड़ पर स्थित कृष्णा कुमार के मकान-दुकान में गुरुवार, 13 नवंबर 2025 को प्रातः काल पौ फटने से पूर्व ही आग लग गई। इस घटना के कारण सारा सामान जलकर राख हो गया, जिससे भारी नुकसान हुआ।
पीड़ित के भाई, अनुज कुमार ने संवाददाता को बताया कि उन्हें आग लगने की जानकारी सुबह 4 बजे मिली थी, जबकि आग पहले ही लगाई जा चुकी थी। उन्होंने बताया कि आग लगने की सूचना के बाद थाना और दमकल विभाग को सूचित किया गया, लेकिन दमकल विभाग लगभग एक घंटे की देरी से, सुबह 5 बजे घटनास्थल पर पहुंची। यह एक गंभीर लापरवाही थी।

अनुज कुमार ने यह भी कहा कि आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी, क्योंकि पूरे मकान की वायरिंग अंडरग्राउंड है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह घटना असामाजिक तत्वों की साजिश का परिणाम है। उन्होंने घटनास्थल पर आग की लपटों से जलते हुए दरवाजे और माचिस की तिल्ली का भी हवाला दिया, जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि आग लगाने के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया था।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि मकान के पूर्व दिशा में दीवार के पास एक बोतल पड़ी हुई थी, जो इस साजिश को और भी मजबूत करती है। अनुज कुमार ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की, ताकि घटना के असली कारण का पता चल सके और सच्चाई सामने आए।

घटना की जानकारी मिलने के बाद, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी और समाजसेवी प्रमोद कुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
यह घटना अभी भी जांच के घेरे में है और आगे आने वाले दिनों में पुलिस और प्रशासन की ओर से स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है।
रिपोर्ट: अजय कुमार पाण्डेय / अनिल कुमार विश्वकर्मा.
