गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज अस्पताल को माफियाओं के कब्जा के चंगुल से बचाने के लिए कांग्रेसियों ने सरकार व प्रशासन से लगाई गुहार
विश्वनाथ आनंद :
गया (मगध बिहार)अति प्राचीन एवम् अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गया शहर के एकमात्र सरकार द्वारा गठित साशिनिकाय द्वारा संचालित गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज अस्पताल विगत कई वर्षों से बंद रहने के कारण इसे यहां के सेवानिवृत्त प्राचार्य, प्रोफेसर, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी एवम् स्थानीय नार्शिंग होम संचालक आपस में मिलकर जिन्हे साशी निकाय के राजनीतिक सदस्य नगर विधायक का संरक्षण प्राप्त कर कब्जा कर इस पुराने आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज का नामोनिशान मिटाने को आतुर है।
उक्त आरोपअखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, प्रो अमरेंद्र कुमार सिंह उर्फ मंटू, प्रो विश्वनाथ कुमार, डा मदन कुमार सिन्हा, राम नरेश सिंह पायोद, डा अनिल कुमार सिन्हा आदि ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए संयुक्त रूप से कहीं।
उन्होंने आगे कहा कि सन 1972 यानी 50 वर्ष से संचालित गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज अस्पताल को चंद लोग इसके करोड़ों के भवन, जमीन, पूर्व से जमा राशि को साशिनिकाय में सन 1990 से शामिल नगर विधायक के संरक्षण से गलत कागजात के सहारे कब्जा कर पूरी तरह हड़पना चाहते हैं।
नेताओ ने आगे कहा कि सन 2013 के पुराने उच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर बिहार सरकार स्वस्थ शिक्षा विभाग से शशि निकाय को समाप्त बताते हुए सरकार इस कॉलेज से पल्ला झाड़ने की बाते कॉलेज हड़पने वाले लोगो द्वारा कहा जा रहा है l
सरकारी साशि निकाय के गठन के पूर्व भी गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज अस्पताल कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा द्वारा गठित शशि निकाय संचालित करा रही थी, तथा अब जब सरकार यदि सरकारी सा शी निकाय को भंग करती है तो विश्वविद्यालय इसे संचालित करेगी , ना की बनावटी माफियाओं का गुट।नेताओ ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, से अविलंब 50 वर्षो से संचालित गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज अस्पताल को माफियाओं के कब्जा से बचाने तथा इसे अविलंब चालू कराने की मांग किया है l