कांग्रेस और बीएसपी का अंबेडकर सम्मान मार्च, उठी गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग

कांग्रेस ने अंबेडकर सम्मान दिवस के रूप में आंदोलन की घोषणा की है, जबकि बीएसपी भी 24 दिसंबर को आंदोलन करेगी. गृह मंत्री अमित शाह के बयानों को लेकर कांग्रेस ने माफी और इस्तीफा की मांग की है.

कांग्रेस और बीएसपी का अंबेडकर सम्मान मार्च, उठी गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग
Ambedkar Samman March of Congress and BSP

कांग्रेस और बीएसपी का अंबेडकर सम्मान मार्च: गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग

नई दिल्ली, 22 दिसम्बर 2024: संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की भूमिका और उनके योगदान का सम्मान करते हुए कांग्रेस ने "अंबेडकर सम्मान दिवस" मनाने का ऐलान किया है. यह निर्णय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अंबेडकर पर दिए गए हालिया बयानों के खिलाफ कांग्रेस द्वारा उठाए गए कड़े कदम का हिस्सा है. कांग्रेस ने इन बयानों को अंबेडकर का अपमान करार देते हुए माफी की मांग की है और साथ ही प्रधानमंत्री से गृहमंत्री की तत्काल बरखास्तगी की भी अपील की है.

कांग्रेस पार्टी का अंबेडकर सम्मान दिवस

कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने शनिवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी इस महीने अंबेडकर सम्मान का आयोजन करेगी, जिसमें संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अंबेडकर के योगदान को याद करना और उनके विचारों के प्रति सम्मान व्यक्त करना है.

पवन खेड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह के बयान ने अंबेडकर के आदर्शों और उनके द्वारा दिए गए संविधान को न केवल आहत किया है, बल्कि देश की सामाजिक और राजनीतिक संरचना पर भी सवाल उठाए हैं. इस पर कांग्रेस पार्टी ने विरोध जताया है और अंबेडकर के सम्मान की रक्षा के लिए यह आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है.

बीएसपी भी करेगी आंदोलन

कांग्रेस के इस आंदोलन में अब बसपा (बहुजन समाज पार्टी) भी शामिल हो गई है. पार्टी प्रमुख मायावती ने 24 दिसंबर को एक बड़े आंदोलन का ऐलान किया है. इस आंदोलन में वे भी अंबेडकर के सम्मान की रक्षा के लिए सड़क पर उतरेंगी और सरकार से उनके अपमान पर माफी की मांग करेंगी. बीएसपी का यह कदम कांग्रेस के साथ मिलकर इस मुद्दे को और भी मजबूती से उठाने की दिशा में है.

कांग्रेस की आगे की रणनीति

कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर पार्टी अपनी मुहिम को और तेज करेगी. आगामी सप्ताह को "अंबेडकर सम्मान सप्ताह" के रूप में मनाने का फैसला किया गया है. इस दौरान पार्टी के सांसद और सीनियर नेता रविवार और सोमवार को देश भर के विभिन्न हिस्सों में इस विषय पर जागरूकता फैलाने के लिए आयोजनों का हिस्सा बनेंगे.

पवन खेड़ा ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन देने का भी निर्णय लिया है. यह ज्ञापन जिला कलेक्टरों के माध्यम से राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. कांग्रेस के नेताओं द्वारा आगामी दो दिनों में देशभर में 150 से ज्यादा स्थानों पर मीडिया से संवाद किया जाएगा.

26 दिसंबर को कर्नाटका में अंबेडकर के आदर्शों पर चर्चा

कांग्रेस पार्टी का कहना है कि पार्टी अपनी आगामी बैठक में अंबेडकर के आदर्शों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया भी प्रस्तुत करेगी. 26 और 27 दिसंबर को कर्नाटका के बेलगांव में कांग्रेस की एक विस्तारित बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें अंबेडकर के विचारों और उनके योगदान पर चर्चा की जाएगी. इस बैठक में पार्टी के सभी सीनियर नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे.

गृहमंत्री के बयान पर कांग्रेस का विरोध

गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में अंबेडकर के संदर्भ में कुछ बयान दिए थे, जिनका कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है. कांग्रेस का कहना है कि शाह के बयान अंबेडकर के सम्मान के खिलाफ हैं और इससे समाज के एक बड़े हिस्से की भावनाओं को ठेस पहुंची है. कांग्रेस ने मांग की है कि शाह को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और यदि वे इस पर माफी नहीं मांगते हैं तो प्रधानमंत्री को उन्हें पद से हटाना चाहिए.

कांग्रेस की सामाजिक जिम्मेदारी

कांग्रेस पार्टी का मानना है कि डॉ. अंबेडकर के योगदान को याद रखना और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है. उनका संघर्ष सामाजिक समानता और न्याय के लिए था, और कांग्रेस पार्टी का मानना है कि आज भी देश में उनके आदर्शों की प्रासंगिकता बनी हुई है. इसलिए, पार्टी ने यह आंदोलन उठाने का फैसला किया है, ताकि अंबेडकर के आदर्शों और उनके योगदान का सम्मान किया जा सके.

निष्कर्ष

कांग्रेस का यह अंबेडकर सम्मान आंदोलन अब बीएसपी के समर्थन से और भी मजबूत हो गया है. यह आंदोलन केवल एक पार्टी का विरोध नहीं, बल्कि समाज के एक बड़े हिस्से की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है. इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने यह सुनिश्चित किया है कि अंबेडकर के आदर्शों की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और उनका सम्मान हमेशा सर्वोपरि रहेगा.

--शाहबुदृदीन अंसारी.