अयोध्या में IICF ‘मुहम्मद बिन अब्दुल्ला’ मस्जिद का निार्मण करेगा शुरु
IICF will start construction of Muhammad Bin Abdullah mosque in Ayodhya
नई दिल्ली, 23 जनवरी, 2024: इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) ने मई 2024 से अयोध्या में एक भव्य मस्जिद के निर्माण की घोषणा की है. इस मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला जिसका उद्देश्य धार्मिक मतभेदों दूर करना, लोगों के बीच एकता और सद्भावना को बढ़ावा देना है. फाउंडेशन के वरिष्ठ अधिकारी हाजी अराफात शेख ने खुलासा किया कि इस मस्जिद का निर्माण तीन से चार साल के बीच पूरा होने की उम्मीद है.
हाजी अराफात शेख ने कहा कि 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले और राम मंदिर निर्माण तक तमाम मामलों को देश के अल्पसंख्यकों ने स्वीकार लिया है. मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला के निर्माण समुदायों को एकजुट करने उदृदेश्य से किया जा रहा है.
2019 में सर्वोच्च न्यायालय ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस को गैरकानूनी घोषित किया. बाबरी मस्जिद के नीचे एक गैर-इस्लामिक संरचना की उपस्थिति को स्वीकार करते हुए अदालत ने विवादित भूमि पर एक मंदिर के निर्माण के लिए फैसला सुनाया और मुस्लिम समुदाय को मस्जिद बनाने के लिए एक अलग भूमि देने की भी घोषण की थी.
IICF के अध्यक्ष ज़ुफ़र अहमद फारुकी ने कहा कि अभी मस्जिद के लिए धन एकटृठा करने के लिए लोगों से संपर्क नहीं किया गया है. IICF मस्जिद परिसर के भीतर 500 बिस्तर वाले अस्पताल के निर्माण की भी योजना बनाई है.
अंत में हम यही कहेंगे कि मस्जिद भी सही है, मन्दिर भी सही है. लेकिन धर्म समाज में भय फैलाने के लिए क्यों हो रहा है. राम मन्दिर के उदृघाटन के दिन कल 22 जनवरी को जो पूरे भारत में उपद्रव, भय, और तोड़फोड़ हुई वह सही नहीं हुआ, जिसका डर था वही हुआ और इसकी उम्मीद भी की जा रही थी. मन्दिर न बने, मस्जिद न बने लेकिन समाज में प्यार, शांति, सदभावना और भाईचारा का माहौल जरुर बने.
-इस्माटाइम्स न्यूज डेस्क