सऊदी अरब में दूसरे देशों के प्रतिनिधियों के लिए खुलने जा रहा है शराबखाना
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में विज़न 2030 के तहत सामाजिक-आर्थिक सुधारों की शराबखाना खोलना इस श्रृंखला में रखा गया है.
एक मुस्लिम देश जहां शराब हराम है और इस्लाम में शराब का किसी भी हालत में प्रयोग बड़े गुनाह में आता है. इससे यह लगता है कि कयामत की उल्टी गिनती शुरु हो गई है. सऊदी अरब से यह समाचार वायरल हो रहा है कि सऊदी देश दूसरे देशों के प्रतिनिधियों के लिएअपना पहला अल्कोहल स्टोर खोलने की तैयारी कर रहा है.
ऐतिहासिक रूप से, सऊदी अरब में शराब की बिक्री और खपत पर सख्त प्रतिबंध लागू है. मगर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में विज़न 2030 के तहत सामाजिक-आर्थिक सुधारों की शराबखाना खोलना इस श्रृंखला में रखा गया है. याद रहे पिछले साल मुम्बई से बॉलीवुड सितारों का एक रंगारंग डांस कार्यक्रम का भी आयोजन हो चुका है. सऊदी अर्थव्यवस्था और समाज को आधुनिक बनाना, तेल पर निर्भरता को कम करना और अधिक अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को खोलना यह सब विज़न 2030 के अन्दर आता है.
इस शराबाखाना के लिए जगह और इसके संचालन के लिए नियमों का खुलासा अभी नहीं हुआ है. उम्मीद की जा रही है कि नियमों का सख्ती से पालन किया जाऐगा. सऊदी अरब को इस कदम से पश्चिमी देशों के साथ राजनयिक संबंधों को बेहतर बनाने की उम्मीद है. लेकिन मुस्लिम समाज से प्रतिक्रियाओं के आने से यह पता चल रहा है कि सऊदी सरकार एक पवित्र स्थान को अपवित्र और पाप को बढ़ावा देने का काम कर रहा है.
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में विज़न 2030 के तहत सामाजिक-आर्थिक सुधारों में विदेशी पर्यटक और विदेशी प्रतिनिधियों को विशेष छूट, मनोरंजन के विकल्प, महिलाओं के लिए ड्रेस कोड में छूट, सिनेमा, शराबखोरी, और अन्य शामिल हैं.
-इस्माटाइम्स न्यूज डेस्क