Dubai में Flood: पानी पानी हुआ दुबई, मचा हाहाकार?
New Delhi : मंगलवार 16 अप्रैल को दुबई, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और बहरीन में बाढ से लोग परेशान हैं। आज दुनिया में जो हालात बने हुए हैं वह सबके सामने हैं जिसमें ग्लोबल वॉर्मिग, भंयकर गोला बारुद की लड़ाईयां, बांध, गावों और शहरों का आधुनिकरण इत्यादि हैं।
दुबई का शहरी सिस्टम ऐसी भंयकर बारिश के लिए नहीं बना है लेकिन यह तो निजाम दुनिया को बनाने वाला का है, वह जब चाहे, जो चाहे कर सकता है। इन शहरों की बुनियादी ढांचे में जो ड्रेनेज सिस्टम है वह भविष्य में होने वाली उथल पुथल को देखते हुए नाकाफी है।
यह भी शंका जताई जा रही है कि यहां क्लाउड सीडिंग से बारिश करवायी गयी है जबकि संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय मौसम केंद्र ने इस इस बात से साफ इंकार किया है और कहा है यह कुदरती वारिश है। संयुक्त अरब अमीरात में 2002 से क्लाउड सीडिंग के प्रयोग किए जाते रहे हैं। वैश्विक स्तर पर 1940 से यह प्रयोग दुनिया में चल रहे है। इस प्रयोग में छोटे विमानों को बादलों के बीच से गुजारा जाता है और ये विमान सिल्वर आयोडाइड, ड्राई आइस और क्लोराइड बादलों के बीच में छोड़ते हैं। इससे बादलों में पानी की बूंदें जम जाती हैं। कुछ घंटों में यही बूंदें सूरज की गर्मी पाकर बारिश बनकर जमीन पर गिरने लगती हैं। खासबात यह है कि इस प्रक्रिया से जो बारिश होती है वह कुदरती बारिश से ज्यादा तेज होती है।
इस एक दिन दुबई में 142 मिलीमीटर बारिश और UAE के अल-आइन अमीरात में सबसे ज़्यादा 250 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अगर यह प्रयोग था तो यह खुद के पैरों में कुल्हाडी मारने जैसा है और खुद को और दुसरों को भी मौत के मुंह में ले जाना है।
-इसमाटाइम्स न्यूज डेस्क