आर्ट ऑफ़ लिविंग के साधकों ने रामलाल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव बहुत धूमधाम से मनाया

हरी नगर के माता लीलाबंती सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में श्री श्री रविशंकर जी के अनुयायी भक्तों नेअयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर असंख्य दीप प्रज्वलित कर महासत्संग का बहुत श्रृद्धा पूर्वक धूमधाम से आयोजन किया.

आर्ट ऑफ़ लिविंग के साधकों ने रामलाल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव बहुत धूमधाम से मनाया
Art of Living practitioners celebrated Ramlal Pran Pratishtha Mahotsav

हरी नगर के माता लीलाबंती सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में श्री श्री रविशंकर जी के अनुयायी भक्तों नेअयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर असंख्य दीप प्रज्वलित कर महासत्संग का बहुत श्रृद्धा पूर्वक धूमधाम से आयोजन किया.

कार्यक्रम का शुभारंभ निखिल तथा उनके साथियों ने मधुर वाणी में भक्ति रस से परिपूर्ण श्री राम भजनों के साथ किया.मंत्रोच्चारण की ध्वनि से संपूर्ण सभागार गूंज गया तथा और भी अधिक भक्ति रस मय हो गया जब आर्ट ऑफ़ लिविंग के सात शिक्षक - साधकों ने मिलकर गुरु पूजाआरंभ की. ये तेजवानअस्तित्व वाले शिक्षक थे- नमित जी ( STC ), कल्पना जी, जितेन जी, दीपा जी, नीरू जी पूजा जी, नीरेश जी.

एस.टी.सी नमित भैया ने उपस्थित भक्तगणों को संबोधित करते हुए कहा- "हम आज दिल्ली में हैं पर दिल अयोध्या में ही है. आज हम कहीं भी, किसी भी गली में चले जाएं वह भक्तिमय ही है. जय श्री राम बोलने की और अपनी आस्था के प्रति बात करने में आज किसी को भी संकोच नहीं हो रहा है और ना ही अपनी भक्ति के प्रति आस्था दिखाते हुए जय श्री राम 'बोलने का स्वतंत्र भाव और सकारात्मक ऊर्जा दिखावा नहीं लग रही है. गुरुजी ने भी हमें राम - ध्यान करवा कर अपनी संस्कृति एवंअपने इतिहास को और अधिक गहराई से महसूस करवाया है. हमें गुरुजी का धन्यवादी होना चाहिए कि हम इस राम भक्ति को और अधिक गहराई से महसूस कर पा रहे हैं.

नमित भैया ने यह भी कहा -अब हमारा संकल्प होना चाहिए कि हम इस भक्ति की लहर को रुकने न दें. इस सकारात्मक ऊर्जा को संभालने का सर्वोत्तम मार्गहै कि हम प्रतिदिन साधना करें जिससे प्रतिदिन हमारा महोत्सव हो सके. उपस्थित भक्त मंडली ने हनुमान चालीसा का पाठ किया तथा महोत्सव के इस कार्यक्रम को प्रसाद - वितरण के साथ इति प्रदान की गई.