अफगानिस्तान में भूकंप से भारी तबाही | क्या असल कारण जानते हो?
दुनिया यह समझ ले कि इस दुनिया का पालनहार, मालिक जो चाहेगा, वह होगा. इंसान बहुत कमज़ोर है आपस में मेल मुहब्बत से रह लो वर्ना न यहां ठिकाना न वहां आराम. आओ इंसानियत खुशहाली के लिए शैतान से इंसान बन जाएं.
अफगानिस्तान में भूकंप से भारी तबाही | क्या असल कारण जानते हो?
Earthquake in Afghanistan: भूकंप के झटकों से भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान (Afghanistan) और पाकिस्तान की धरती हिल गई है. भूकंप ने अफगानिस्तान में भारी तबाही मचाई है और यहां कम से कम 3200 लोगों की मौत हो गई है. पाकिस्तानी समयानुसार सुबह 1:54 मिनट पर यह भूकंप आया था। पाकिस्तान में पेशावर, इस्लामाबाद, लाहौर और पंजाब तथा खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अन्य हिस्सों और भारत तक इस जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप के ये झटके पाकिस्तान में भी महसूस किये गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान (Afghanistan Quake) के दक्षिणपूर्व में था.
ये भूकंप पक्तिका (Paktika) और खोस्त (Khost) प्रांत में आया था. भूकंप की अधिकमत तीव्रता अबतक तय नहीं हो पाई है. हालांकि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. अफगानिस्तान में आया भूकंप इससे कुछ ही कम तीव्रता वाला था.
पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक, भूकंप के झटके वहां इस्लामाबाद समेत बाकी शहरों में भी महसूस हुए. सोशल मीडिया पर भी लोग भूकंप की बातें कर रहे हैं. लोगों ने लिखा कि भूकंप के ये झटके कुछ सेकेंड तक महसूस हुए थे. लेकिन इसकी वजह से लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे थे.
भारत ने अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में आए शक्तिशाली भूकंप में काफी संख्या में लोगों के मारे जाने पर बुधवार को शोक प्रकट किया और जरूरत की इस घड़ी में अफगानिस्तान के लोगों को सहायता एवं समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि भारत, अफगानिस्तान में आए भयावह भूकंप के पीड़ितों एवं उनके परिवारों तथा इससे प्रभावित होने वाले सभी लोगों के प्रति शोक एवं सहानुभूति प्रकट करता है. उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान के लोगों की पीड़ा को साझा करते हैं और इस जरूरत की घड़ी में उन्हें सहायता एवं समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं.
वहीं दूसरी ओर यूएन एजेंसियों ने भी इस दुख की घड़ी में मदद भेजने की बात कही है. दुनिया के दूसरे देशों ने भी इस तबाही पर शोक व्यक्त किया है और मदद भेजने की बात कर रहे हैं.
दुनिया यह समझ ले कि इस दुनिया का पालनहार, मालिक जो चाहेगा, वह होगा. इंसान बहुत कमज़ोर है आपस में मेल मुहब्बत से रह लो वर्ना न यहां ठिकाना न वहां आराम. आओ इंसानियत खुशहाली के लिए शैतान से इंसान बन जाएं.
-ITN Desk/Agency