क़ुरैश कॉन्फ्रेंस का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ दिल्ली मे संपन्न | आप हमें बिल्डिंग दो हम आपको डॉक्टर्स देंगे : डॉ. अब्दुल क़दीर
इस मौक़े पर ज़िम्मेदार और जागरूक नागरिक की हैसियत से आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में कुरैशी समाज ने अपनी हिकमते अमली के बारे में मश्वरा किया.
दिल्ली: क़ुरैश कॉन्फ्रेंस रजिस्टर्ड का राष्ट्रीय अधिवेशन एवं स्थापना दिवस पूरे जोशो ख़रोश के साथ इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर दिल्ली के बी एस अब्दुर्रहमान ऑडिटोरियम में मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत क़ारी हुज़ैफ़ा की तिलावत और दानिश कुरेशी की नाते रसूल से हुआ. प्रोग्राम की सदारत क़ुरैश कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट सनोबर अली ने की. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर शैखूल हदीस मुफ्ती खुर्शीद क़ासमी एवं शाहीन ग्रुप ऑफ़ स्कूल के डायरेक्टर अब्दुल क़दीर साहब मौजूद रहे.
इस मौके पर बात करते हुए डॉ अब्दुल क़दीर ने कुरेश बरादरी के 100 बच्चों को मेडिकल डॉक्टर बनाने का वादा किया और कहा कि आप हमें बिल्डिंग दो हम आपको डॉक्टर्स देंगे. शाहीन ग्रुप ऑफ़ स्कूल के डायरेक्टर अब्दुल क़दीर साहब ने क़ुरैश कांफ्रेंस की स्कूल मुहीम और अननिकाह मिन सुन्नति Programmes को सराहा.और सामाजिक तथा राष्ट्र निर्माण के कामों में अपना समर्थन जारी रखने का वादा किया.
मुफ्ती खुर्शीद क़ासमी ने ज़कात के सिलसिले में इस्लामी निज़ाम के फ़ायदे बयान किये और इसकी मर्कज़ीयत की तरफ़ तवज्जोह दिलाई. मुफ़्ती खुर्शीद ने पूरी इंसानियत की ख़िदमत को क़ुरान के हवाले से समझाया और इसके बाद अपने कबीले की मदद करने को भी कुरान और हदीस से साबित किया. उन्होंने कहा ज़कात के ज़रिये से माली तौर से कमज़ोर लोगों की मदद करके उनको आत्म निर्भर बनाया जाए. उन्होंने कहा अगर ज़कात की तरतीब और तक़सीम मर्कज़ीयत और इस्लामी निज़ाम के तहत किया जाए तो हर साल मुस्लिम समाज की ग़ुरबत में कमी आएगी. उन्होंने मुस्लिम समाज में भिखारियों की बढ़ती तादाद को इस्लाम के लिए मायूब और कलंक बताया.
इत्तिहाद इ मिल्लत कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान ने अपने वालिहाना अंदाज़ में सम्बोधन किया. उन्होंने अपने भाषण में कहा कुरेश कांफ्रेंस के ज़रिये उठाये गए सभी क़दम सराहनीये हैं. ख़ास तौर से तालीमी बेदारी और निकाह को आसान बनाने की मुहीम क़ाबिल ए मुबारकबाद है.मौलाना तौक़ीर रज़ा ने कांफ्रेंस के कामों को अपनी संस्था की तरफ़ से हिमायत दिए जाने को दोहराया.उन्होंने मुल्क में अम्न और शान्ति के लिए प्रयास करने की भी बात कही. साथ ही मौलाना ने कहा पूरे समुदाय की सियासी क़यादत को मज़बूत करने की ज़रुरत है. उन्होंने कहा इसके ज़रिये मिल्लत के बहुत से मसाइल को हल किया जा सकता है.
विशिष्ट अतिथियों में पूर्व मंत्री निसार खान और जस्टिस अब्दुल सत्तार कुरैशी के बेटे अब्दुल रशीद कुरैशी, कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहसिन कुरैशी, हाजी मुख्तार कुरैशी राष्ट्रीय सचिव, असलम कुरैशी केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य सादातुल्लाह खान, अय्यूब कुरैशी बेंगलुरु, वसीम कुरेशी अरमान कुरेशी, चौधरी बदर आरिफ कुरैशी (गिनीज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड होल्डर) कार्यक्रम में मौजूद थे.
प्रोग्राम में सर्वसम्मति से 15 प्रस्ताव पास हुए जिसमें कुरेश भवन के निर्माण से लेकर महिला, शिक्षा और राजनीतिक सशक्तिकरण के साथ कास्ट सर्वे, उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालयो में लीगल कमेटी का गठन, आसान निकाह की समितियों की स्थापना, करियर काउंसलिंग, कोचिंग एंड गाइडेंस, ट्रेड प्रोडक्शन के लाइसेंसीकरण के लिए Single विंडो सिस्टम लागू करना, मैगजीन न्यूज़पेपर व इलेक्ट्रानिक चैनल की स्थापना, ज़कात फंड का केन्द्रीकरण जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल है.
सलीम अहमद कुरैशी (राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष) ने देश के बिगड़ते सामजिक ताने बाने को संवारने और बिला तफ़रीक़ देशवासियों की मदद के लिए बिरादरी के साथ खुद को पेश किया. उन्होंने कहा आजादी से आज तक कुरैशी समाज गहरी नींद सोया हुआ है. सलीम कुरैशी ने कहाँ हमें भेद भाव और मुख़ालफ़तों से ऊपर उठकर समस्याओं का हल तलाश करना है. उन्होंने आगे कहा शासन और सत्ता से अपने अधिकारों को हासिल करने के लिए हमें संगठित होकर संवैधानिक रास्ता लेना होगा.
इस अवसर पर आशिक़ीन कुरैशी (प्रधान महासचिव) ने सालाना रिपोर्ट पेश की एवं नियुक्तियों के बारे में विस्तार से बताया. जबकि राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष तंजीम कुरैशी ने आय-वयय एवं जनरल खाते का ब्योरा प्रस्तुत किया. एडवोकेट शराफत हुसैन कुरैशी राष्ट्रीय सचिव ने मिशन विज़न एवं टारगेट पर चर्चा की और बबाये कुरैश भैया रशीदुद्दीन कुरैशी की ख़िदमात को भी याद किया. दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर में क़ुरैश कांफ्रेंस के भव्य अधिवेशन का शानदार सञ्चालन युसूफ कुरैशी ने किया. युसूफ कुरैशी आकाशवाणी पर लम्बे अरसे तक अपनी खिदमात एनाउंसर के रूप में देते रहे हैं.इसके अलावा पत्रकारिता के साथ वो अधिवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता सनोबर अली को जोधपुर राजस्थान की टीम ने पकड़ी पहनाकर सम्मानित किया तो कर्नाटक के प्रेसिडेंट ने अवार्ड दिया जबकि कुरेश कॉन्फ्रेंस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने फखरै कुरेश अवार्ड से सम्मानित किया. अपने अध्यक्षीय भाषण में सनोबर अली कुरैशी ने कहा मेरे खून का एक-एक कतरा बिरादरी के काम आएगा बिरादरी ने जो मुझे जिम्मेदारी दी है मेरी केंद्रीय कमेटी और मैं मिलकर इसको ईमानदारी से पूरा करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने हमें संगठित होने की जरूरत है. उन्होंने आव्हान किया कि शिक्षित बनो संगठित रहो संघर्ष करो की कहावत को चरितार्थ करके दिखाना होगा. और साथ ही एक बनो नेक बनो को अपनी जिंदगी में शामिल करना होगा.
सनोबर कुरैशी ने शायराना अंदाजमें कहा “मुत्ताहिद होगे तो बदल डालोगे ज़माने का निज़ाम – जो मुंतशिर होगे तो किस्तों में सफ़ाया होगा”. उन्होंने कहा खुद जागरूक बनकर दूसरों को जागरूक करना है. आज 6 करोड़ की बिरादरी समाज के हाशिए पर खड़ी हुई नजर नहीं आनी चाहिए. अब वक्त आ गया है, आवाज दो हम एक थे हम एक हैं और एक रहेंगे.
सनोबर अली ने कहा की बिरादरी एवं ओबीसी समाज की सामाजिक, शैक्षणिक, व्यवसायिक और आर्थिक समस्याओं को लेकर सच्चर समिति की रिपोर्ट को लागू करने के लिए कुरेश कॉन्फ्रेंस देशव्यापी अभियान चलाएगी. अध्यक्ष महोदय ने देश के दिल्ली में आयोजित कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अधिवेशन में लगभग 10 प्रदेशो से आए ओहदेदारों का आभार प्रकट किया.
क़ुरैश कांफ्रेंस संभल के जिला अध्यक्ष एवं ड्राफ्टिंग कमेटी के सदस्य डॉक्टर इफ्तेखार अहमद कुरैशी ने बताया कि भारत में 6 करोड़ बिरादरी के लोग निवास करते हैं, जिसमें अक्सरियत कारोबारियों की है. उन्होंने कहा लोकतंत्र में अधिकारों की प्राप्ति और समस्याओं के समाधान के लिए संगठित होकर प्रयास करने की जरूरत है.
देश के विभिन्न प्रांतो से आए कुरैशी बिरादरी के मुखिया और फ़िक्रमंद लोग आर्थिक सामाजिक शैक्षणिक व्यवसायिक व राजनीतिक समस्याओं पर चर्चा करते हुए नजर आए. इस मौक़े पर ज़िम्मेदार और जागरूक नागरिक की हैसियत से आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में कुरैशी समाज ने अपनी हिकमते अमली के बारे में मश्वरा किया. और आइंदा लोकसभा चुनाव में देश और क़ौम के हित में वोट करने की रणनीति तैयार की.
दिल्ली में आयोजित क़ुरैश कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अधिवेशन में क़ारी ख़ालिद बशीर डॉक्टर इफ्तेखार अहमद, एडवोकेट नफीस कुरेशी राष्ट्रीय सचिव तबस्सुम कुरैशी आदि ने अपने सम्बोधन में कांफ्रेंस को मज़बूत करने की अपील की और सभी वक्ताओं ने अपनी ज़िम्मेदारियों को ईमानदारी और एकजुटता के साथ निभाने का संकल्प लिया. इस अवसर पर भाई इमरान, भाई इस्माइल, ताज मोहम्मद अंसारी, नफीस मंसूरी, सलाउद्दीन गद्दी के अलावा दर्जनों अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे. मुल्क और क़ौम की तरक्की की दुआ के साथ अधिवेशन का समापन हुआ.