व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में बहुप्रतीक्षित ई सेवा केंद्र का हुआ उद्घाटन

व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में बहुप्रतीक्षित ई सेवा केंद्र का हुआ उद्घाटन

अजय कुमार पाण्डेय: 

औरंगाबाद: (बिहार) व्यवहार - न्यायालय परिसर औरंगाबाद में गुरुवार दिनांक - 24 नवंबर 2022 को संध्या पश्चात तकरीबन 7:24 बजे माननीय उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति, मुकेश कुमार रसिक भाई शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बहुप्रतीक्षित ई सेवा केंद्र का उद्घाटन किया. जिसमें ऑनलाइन के माध्यम से ही पटना उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायमूर्ति, संजय करोल एवं न्यायमूर्ति सह निरीक्षी जज राजीव राय की भी गरिमामय उपस्थिति रही. 

इस अवसर पर माननीय जिला एवं सत्र - न्यायाधीश, औरंगाबाद, रजनीश कुमार श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश, एम0पी0एम0एल0ए0 अशोक राज, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव, प्रणव शंकर, जिलाधिकारी, सौरभ जोरवाल, पुलिस - अधीक्षक औरंगाबाद, कांतेश कुमार मिश्रा, ए0डी0जे0 अमित कुमार सिंह, ब्रजेश कुमार पाठक, रत्नेश्वर कुमार सिंह, धनंजय कुमार सिंह, नीतीश कुमार सहित समस्त न्यायिक पदाधिकारी, जिला विधिक संघ औरंगाबाद अध्यक्ष, रसिक बिहारी सिंह, महासचिव नागेंद्र सिंह, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी, अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे. इस संबंध में अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि ई सेवा केंद्र, आम आदमी तथा उसके न्याय के अधिकार के महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती है. 

यह केंद्र वादकारियों और अधिवक्ताओं को वादों की स्थिति, सुनवाई अगली तिथि, ई कोर्ट सर्विस मोबाइल एप से संबंधित जानकारी, न्यायाधीशों की छुट्टी, वाद में आदेश और निर्णय की जानकारी सहित अन्य सहायता भी देगी. ई सेवा केंद्र में तीन काउंटर तथा सहायता केंद्र में एक काउंटर बनाया गया है. अधिवक्ताओं तथा जनता को यह भी जानकारी मिलेगी, कि आप ऑनलाइन फाइलिंग कैसे करेंगे. 

न्यायालय शुल्क भी कैसे जमा करेंगें. प्रमाणित प्रतिलिपि, ऑनलाइन प्राप्ति के आवेदन कैसे करेंगें. निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने के लिए क्या आवश्यक है. ईमेल और व्हाट्सएप से न्यायिक आदेशों और निर्णय का ऑनलाइन कैसे प्राप्त करेंगे. केंद्र का उद्देश्य तकनीक के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया का निपटारा पर जोर देना है. समाज के निचले स्तर तक के व्यक्तियों तक न्याय की पहुंच उपलब्ध कराना है. प्रयास करना है कि सरल तरीके से लोगों को न्याय सुलभ हो सके. बड़े पैमाने पर लंबित मामलों के चलते तकनीक के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया के निपटारा पर जोर देना है. 

ई सेवा केंद्र के माध्यम से सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी बैठे लोग अपने मुकदमा की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. ई सेवा केंद्र वीडियो कॉन्फ्रेंस अदालत की सुनवाई की व्यवस्था करने और अधिवक्ता के माध्यम से आयोजित करने में मदद करता है. वर्चुअल अदालतों में वादों का तेजी से निष्पादन कराता है. इसके माध्यम से ई हस्ताक्षर,ई स्टांप पेपर, ई पेमेंट की सुविधा है. आधार आधारित डिजिटल हस्ताक्षर के लिए आवेदन करने और प्राप्त करने में सहायक है. जेल में रिश्तेदारों से मुलाकात के लिए ई मीटिंग के बुकिंग में सहायक है. 

मालूम हो कि न्याय तक त्वरित पहुंच प्रदान करना न्यायालय का उद्देश्य है. आधुनिक डिजिटल सेवाओं के साथ लाभ उठाने से वादियों और अधिवक्ताओं का मैनुअल फाइलिंग की तुलना में बहुत आसानी से अपने मामले दर्ज करने में मदद मिलेगी. न्यायालय में वादों की सुनवाई के दौरान जो अगली तिथि की जानकारी लेने के लिए, निर्णय जानने के लिए जो भीड़ लगी रहती थी. इसमें कमी आएगी, और अधिक संख्या में अधिवक्ता तथा मुवक्किल की सेवा केंद्र का लाभ लेंगे. 

ध्यातव्य हो कि उद्घाटन समारोह कार्यक्रम संपन्न होने के बाद माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश औरंगाबाद, रजनीश कुमार श्रीवास्तव ने समस्त न्यायिक पदाधिकारियों एवं जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल, पुलिस - अधीक्षक, औरंगाबाद, कांतेश कुमार मिश्रा, मौके पर मौजूद समस्त अधिवक्ता के साथ मिलकर बहुप्रतीक्षित ई सेवा केंद्र के प्रत्येक काउंटर का भी संयुक्त रूप से निरीक्षण किया, और जिला पदाधिकारी, पुलिस - अधीक्षक से बातें करते हुए विस्तार पूर्वक बताया.