दिल्ली में एक हुआ नगर निगम, विशेष अधिकारी के साथ निगम कमिश्नर के संभाला कार्यभार
नई दिल्ली . राजधानी दिल्ली में रविवार से तीनों नगर निगम एकीकृत ( MCD unification ) होकर दिल्ली नगर निगम हो गया .
केंद्र सरकार की तरफ से नियुक्त स्पेशल ऑफिसर के तौर पर 1992 बैच के आईएएस अधिकारी अश्विनी कुमार ( mcd special officer ashwani kumar ) ने सिविक सेंटर (civic center) में अपना पदभार संभाल लिया है .
इसके साथ ही दक्षिण दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के निगमायुक्त ज्ञानेन्द्र भारती ने दिल्ली नगर निगम ( mcd commissioner ) का पदभार ग्रहण कर लिया है .
आप को बात दें कि केंद्र सरकार ने दिल्ली नगर निगम संसोधित अधिनियम 2022 को 22 मई से लागू करने का अधिसूचना जारी कर दिया था , इसके बाद केंद्र सरकार ने विशेष अधिकारी के तौर पर अश्वनी कुमार और निगमायुक्त के पद पर ज्ञानेंद्र भारती की नियुक्ति का आदेश दिया था .
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 10 साल बाद दिल्ली की तीन साउथ दिल्ली नगर निगम ,नार्थ दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम को एक कर वापस दिल्ली नगर निगम कर दिया . केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि 10 साल पहले जिस उद्देश्य से दिल्ली नगर निगम को तीन नगर निगमों में बांटा गया. वह उद्देश्य पूरा नहीं हुआ . दिल्ली नगर निगम को तीन करने से निगमों की आर्थिक स्तिथि कमजोर हो गई . हालत ये हो गई कि निगम अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहा था .
हालांकि बीजेपी शासित केंद्र सरकार के इस फैसले का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने ये कहते हुए विरोध किया कि केंद्र सरकार का निगम को एकीकृत करने का फैसला निगम चुनाव में हार की वजह से लिया गया है . निगम चुनाव को टालने के लिए केंद्र सरकार ने निगम को एकीकृत किया .
वही कांग्रेस ने केंद्र सरकार के निगम को एकीकृत करने के फैसले का विरोध किया . कांग्रेस ने कहा कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने निगम को तीन करने का फैसला लिया था .