मगध क्षेत्र में भी उठी मॉर्निंग कोर्ट करने की मांग
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: ( बिहार ) जिला विधिक संघ, औरंगाबाद के दीवानी वादों के अधिकांश अधिवक्ताओ ने गुरुवार को एक बैठक करके तीन मांगे पटना उच्च - न्यायालय से मीडियाकर्मियों के माध्यम से रखी है.
प्रथम मांग में शामिल है कि बढ़ती हुई तापमान को देखते हुए दुष्प्रभाव से बचने हेतु कोर्ट पुनः अप्रैल से जून तक मॉर्निंग किया जाए. दुसरा मांग है की परिवार न्यायालय के वेकेंट कोर्ट में शीघ्र प्रधान न्यायाधीश की नियुक्ति की जाए और आखिरी तीसरी मांग में शामिल है कि सब जज कोर्ट के आधे से अधिक भेकेंट कोर्ट में शीघ्र सब जज की बहाली हो, ताकि लम्बे समय से लम्बित मामलों के निष्पादन में तेजी आए. इसके संबंध में अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि शेरघाटी के पास से कर्क रेखा गुज़रती है. जिसके कारण मगध प्रमंडल अंतर्गत औरंगाबाद, दाउदनगर, गया, शेरघाटी में अत्यधिक गर्मी पड़ती है. लु से अधिवक्ताओ, मुवक्किलों, गवाहों को जीवन संकट में पड़ सकती है, और विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.
बैठक की अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता, नागेश मिश्रा ने किया, तथा संचालन वरीय अधिवक्ता, रामानुज प्रसाद प्रभात ने किया. इस मौके पर वरीय अधिवक्ता, संजय कुमार सिंह,ओम प्रकाश शर्मा,अभय कुमार सिंह, सिद्धार्थ, पारस शर्मा, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, रज्जी अहमद, धमेंद्र कुमार, सतीश कुमार स्नेही, रविन्द्र शर्मा, हरिनाथ उपाध्याय, नीरज श्रीवास्तव,सुनील कुमार सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे.