किसी अपराध के लिए अपराधी के धर्म को जिम्मेदार समझना गलत : जीके
मामला प्रधानमंत्री कार्यालय के लोक शिकायत पोर्टल पर सिख उग्रवादी गतिविधियां को उप शीर्षक के रूप में दिखाने का
जागो पार्टी ने इस विवादित उप शीर्षक को हटाने की प्रधानमंत्री से मांग की
नई दिल्ली (27 मार्च 2023) प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत चलते लोक शिकायत पोर्टल पर मौजूद उप शीर्षक "सिख उग्रवादी गतिविधियां भारत/विदेश" को तुरंत हटाने की जागो पार्टी ने मांग की है. जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस संबंधी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है. अपने पत्र में जीके ने कहा है कि कोविड महामारी के समय सिखों की बेमिसाल सेवाएं और पाकिस्तान व चीन की सीमाओं सहित गलवान घाटी पर सिख फौजियों की बेमिसाल दिलेरी की गाथाओं के बीच सिखों को उग्रवादी बताने का यह सरकारी अभियान गैर जरूरी तथा सिखों को देशद्रोही समझने वाला हैं. इसलिए तुरंत इस विवादित उप शीर्षक को पोर्टल से हटाया जाना चाहिए. सिख कौम के साथ आपके अपार स्नेह तथा आपके कथन "सबका साथ-सबका विकास" पर भरोसा जताते हुए मैं आपका ध्यान प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत चलते लोक शिकायत पोर्टल पर गृह मंत्रालय के मातहत "आंतरिक सुरक्षा के संबंध में" शीर्षक के तहत शिकायत दर्ज करने के लिए दिए गए आपत्तिजनक उपशीर्षक की ओर दिला रहा हूं. इस उप शीर्षक के तहत दिए गए विकल्पों में "सिख उग्रवादी गतिविधियां भारत/विदेश" और "अलीगढ़ विश्वविद्यालय/दारुल, देवबंद से संबंधित मामले" को दर्शाया गया है. इस उप शीर्षक के तहत कोई भी नागरिक किसी भी सिख या मुस्लिम के खिलाफ मनमानी शिकायत दर्ज करवा सकता है और उसे सुरक्षा एजेंसियों का शिकार बनाने की हिम्मत कर सकता है. वर्तमान समय में, जब देश में कई वर्षों से 'सिख उग्रवाद' की कोई घटना नहीं हुई है तो ऐसे समय पर सिखों को आतंकवादी घोषित करने का नागरिकों को अनुचित अवसर देना सिख कौम को बदनाम करने जैसा है.
प्रधानमंत्री जी, मेरा मानना है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. कोई भी इंसान अपनी मानसिक अस्वस्थता के कारण हथियार उठाने तथा समाज या देश के खिलाफ कोई कानून विरोधी कार्य कर सकता हैं. उसके अपराध के लिए उसके धर्म को जिम्मेदार समझ करके उसकी पुरी कौम को कटघरे में खड़ा करना ठीक नहीं हैं. मुझे अच्छी तरह से याद है जब यूपीए की सरकार थी, तब तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री श्री पी चिदंबरम ने "हिंदू आतंकवाद" शब्द गढ़ा था. उस समय भारतीय जनता पार्टी के नेताओं सहित सभी इंसाफ पसंद लोगों ने इस बात का बुरा मनाया था. सिख कौम ने हमेशा इस देश की रक्षा के लिए अनगिनत शहादते दी हैं. देशवासियों का पेट भरने के लिए पंजाब तथा हरियाणा के किसानों ने "हरित क्रांति" के माध्यम से अभूतपूर्व अन्न भंडार अपनी मेहनत से पैदा किए हैं. इसलिए अकारण सिख कौम को बदनाम करने की इस चेष्टा का त्याग करके सिख कौम के मान-सम्मान को बहाल रखने के लिए आपकी सरकार को कोशिश करनी चाहिए.