राष्ट्रीय बिजनेस और एजुकेशन कॉन्क्लेव: कोटा के डॉ. नयन प्रकाश गांधी रहे मुख्य वक्ता
आईसीसीआई कॉमर्स चैंबर फोरम द्वारा राष्ट्रीय बिजनेस और एजुकेशन एक्सीलेंस कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया
हाल ही में, नई दिल्ली के प्रसिद्ध ली मेरिडियन होटल के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हॉल में प्रतिष्ठित आईसीसीआई कॉमर्स चैंबर फोरम द्वारा राष्ट्रीय बिजनेस और एजुकेशन एक्सीलेंस कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के कोटा शहर के युवा प्रबंधन विश्लेषक और प्रभावशाली शख्सियत डॉ. नयन प्रकाश गांधी को मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कॉन्फ्रेंस निदेशक मानवेंद्र ने बताया कि इस कार्यक्रम में कई प्रमुख अतिथियों और वक्ताओं ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
- डॉ. राज भूषण चौधरी, भारत सरकार के राज्य मंत्री
- सांसद लवली आनंद
- एआईसीटीई के चीफ कोऑर्डिनेटिंग अधिकारी डॉ. बुद्धा चंद्रशेखर
- हारवर्ड यूनिवर्सिटी की एडजंक्ट प्रोफेसर डॉ. कुलनीत सूरी
- आईआरसीटीसी के ग्रुप जीएम मनोज कुमार शर्मा
- जेपी एजुकेशन ग्रुप के प्रेसिडेंट कमांडर सुरिंदरजीत सिंह
- अक्षय पात्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय कार्यकारी कौंसिल सदस्य गोविन्द दत्ता दास
इन गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
डॉ. नयन प्रकाश गांधी का संबोधन
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. नयन गांधी ने भारतीय उच्च शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत एक युवा देश है और इसलिए यहां गुणवत्ता परक, स्किल-बेस्ड, और इंडस्ट्री डिमांड पर आधारित शिक्षा की आवश्यकता है। उन्होंने युवा प्रतिभाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष शिक्षा नीतियों की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे कि भारतीय युवाओं को अपने करियर में सफलता प्राप्त करने का अवसर मिल सके।
सम्मान और प्रशंसा
कांफ्रेंस के अंत में, डॉ. गांधी को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए शील्ड और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कांफ्रेंस निदेशक मनोज दुबे ने कहा कि पूरे कार्यक्रम में डॉ. गांधी के प्रभावी संवाद की सभी प्रतिभागियों और अतिथियों ने प्रशंसा की।
मोस्ट इन्फ्लुएंस करियर डेवलपमेंट कोच अवार्ड
कार्यक्रम के समापन पर, डॉ. नयन गांधी को "मोस्ट इन्फ्लुएंशियल अकादमिक लीडरशिप करियर डेवलपमेंट कोच अंडर 40" राष्ट्रीय सम्मान से भी नवाजा गया। यह सम्मान उनकी विशेषज्ञता और युवा करियर विकास में योगदान के लिए उन्हें दिया गया।
निष्कर्ष
यह कॉन्क्लेव न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम विचारों का आदान-प्रदान करने का एक मंच था, बल्कि यह युवाओं को प्रोत्साहित करने और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर था। डॉ. नयन प्रकाश गांधी जैसे विचारशील नेताओं की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया।