JDU छोड़ने के बाद रामचंद्र प्रसाद सिंह की नीतीश कुमार को ललकार
पटना : बिहार सीएम नीतीश कुमार के नाराज होने के बाद जदयू छोड़ने के एक दिन बाद आरसीपी सिंह ने उन पर निशाना साधते हुए कहा वे बदले की भावना से भरे हुए हैं. जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार के करीबी रहे आरसीपी सिंह ने कहा कि वह इसलिए इतना नीचे गिर गए और मेरी बेटियों को निशाना बनाया.
नीतीश कुमार कथित तौर पर गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के साथ बढ़ती नजदीकियों को लेकर आरसीपी सिंह से नाराज थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरसीपी सिंह ने पार्टी प्रमुख की सहमति के बिना केंद्रीय कैबिनेट की कुर्सी कबूल कर ली थी. हालांकि, इस पर आरसीपी सिंह ने कहा कि भाजपा केवल मुझे मंत्री बनाना चाहती थी. जब मैंने इसके बारे में नीतीश कुमार को बताया तो उन्होंने खुद कहा कि दिल्ली जाकर शपथ लिजिए.
पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सिंह ने कहा था कि उनके खिलाफ एक साजिश रची जा रही थी, क्योंकि वह केंद्रीय मंत्री बन गए थे. नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'ईर्ष्या का कोई इलाज नहीं है.'
साथ ही आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को ललकारते हुए कहा, 'आप हमसे सियासी लड़ाई लड़िए. जहां भी चलना है, चलिए, फील्ड में निपटिए.'
उन्होंने जदयू को डूबता जहाज बताते हुए कहा, 'नीतीश कुमार सात जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे.'
खुद को भविष्य के मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने वाले नारे लगाते हुए वीडियो सामने आने के एक हफ्ते बाद, जदयू ने आरसीपी सिंह से उन सभी संपत्तियों पर जवाब मांगा, जो उन्होंने पिछले नौ वर्षों में हासिल की हैं. सिंह को लिखे एक पत्र में, पार्टी ने दावा किया कि उनके द्वारा अर्जित संपत्तियों में कई अनियमितताएं देखी गई हैं.
पत्र पर टिप्पणी करते हुए, आरसीपी सिंह ने एनडीटीवी से कहा था, 'ये संपत्ति मेरी पत्नी या बेटियों द्वारा खरीदी गई थी जो 2010 से आयकरदाता हैं.' उन्होंने कहा कि पत्र उन्हें अपमानित करने की पार्टी की कोशिश है.
अपने इस्तीफे के बाद आरसीपी सिंह नालंदा जिले में अपने पैतृक गांव में रह रहे हैं और अपनी स्थिति का जायजा लने के लिए आस-पास के इलाकों का दौरा कर रहे हैं.
Source: ndtv
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