जयंती पर संगोष्ठी : ”स्वाधीन भारत के निर्माण की बुनियाद में जवाहर लाल नेहरू जी का महान योगदान प्रेरक और अविस्मरणीय”
Seminar on Birth Anniversary: “Jawaharlal Nehru's great contribution in the foundation of building independent India is inspiring and unforgettable”
भोपाल: भारत के प्रथम प्रधान मंत्री, मानवीय मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध चिंतक और लेखक जवाहर लाल नेहरू जी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय सेक्युलर मंच के तत्वावधान में एकता परिषद के कार्यालय,गांधी भवन भोपाल में नेहरू जी के अवदान पर केन्द्रित संगोष्ठी आयोजित की गई. संगोष्ठी में प्रबुद्ध वक्ताओं ने स्वाधीन भारत के निर्माण की बुनियाद में जवाहर लाल नेहरू जी के महान अवदान का उल्लेख करते हुए इसे प्रेरक और अविस्मरणीय निरूपित किया.
प्रारंभ में वरिष्ठ पत्रकार और राष्ट्रीय सेक्युलर मंच के संयोजक श्री लज्जा शंकर हरदेनिया द्वारा प्रेषित भगत सिंह के आलेख “नए नए नेताओं के अलग अलग विचार” का पाठ सूफियान अज़ीज़ कुरेशी ने किया. इस आलेख में नेहरू जी और सुभाष चंद्र बोस के महत्व को रेखांकित करते भगत सिंह के विचारों का उल्लेख है.
तत्पश्चात प्रबुद्ध वक्ताओं सर्व श्री राजेन्द्र कोठारी, अजय सिंह गंगवार, राजेन्द्र बहुगुणा,के एल ठाकुर, अरुण डनायक, बालेन्द्र परसाई, अली अब्बास उम्मीद, उपासना बैहार, शोभिता ठाकुर, सूफियान अज़ीज़ कुरेशी ने धर्म निरपेक्ष मूल्यों, सहिष्णुता, लोकतन्त्र, समाजवाद और अभिव्यक्ति की आज़ादी के लिए जवाहर लाल नेहरू की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए इसके महत्व को रेखांकित किया.
प्रबुद्ध वक्ताओं ने कहा कि” नेहरू जी का अवदान और उनके द्वारा स्थापित मूल्य आज भी फासीवाद के मार्ग में बहुत बड़ी बाधा हैं.इसलिए फासीवादी ताकतें जवाहर लाल नेहरू जी के खिलाफ़ भ्रामक दुष्प्रचार करती हैं. फासीवाद के इस गहराते संकट के समय में जवाहर लाल नेहरू जी को याद करने का अर्थ फासीवाद के खिलाफ़ हमारे प्रतिरोध की अभिव्यक्ति भी है. भारत के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु नेहरू जी की परम्परा को विकसित कर इसे मजबूत बनाने के लिए जनता को लामबंद करना चाहिए.”
संगोष्ठी में विषय प्रवर्तन और संचालन शैलेन्द्र शैली ने किया.
by लज्जा शंकर हरदेनिया, संयोजक, राष्ट्रीय सेक्युलर मंच, ई - 4, 45 बंगले, भोपाल, मोबाइल : 9425301582.