काराकाट लोकसभा क्षेत्र की जनता ने इस बार चुनाव में एन.डी.ए.गठबंधन प्रत्याशी के नाम पर नही दिया वो

काराकाट लोकसभा क्षेत्र की जनता ने इस बार चुनाव में एन.डी.ए.गठबंधन प्रत्याशी के नाम पर नही दिया वो

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद / काराकाट: ( बिहार ) काराकाट लोकसभा क्षेत्र की जनता ने इस बार एन.डी.ए. गठबंधन प्रत्याशी, पूर्व काराकाट सांसद एवं भारत - सरकार में मानव संसाधन विकास विभाग के पूर्व गृह राज्य मंत्री रह चुके प्रत्याशी, उपेंद्र कुशवाहा या प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के नाम पर भी वोट नहीं दिया! जिसकी वजह से काराकाट लोकसभा क्षेत्र में एन.डी.ए. गठबंधन के नाम पर भी खड़े प्रत्याशी, उपेंद्र कुशवाहा तीसरे स्थान पर चले गए! ध्यातव्य हो कि जब काराकाट लोकसभा क्षेत्र के एन.डी.ए. प्रत्याशी, उपेंद्र कुशवाहा 27 मई 2024 को रात्रि 10:45 बजे जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 02 पर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्य समिति सदस्य एवं शहर के चर्चित व्यवसाई ( वाहन एजेंसी मालिक ) गोपाल शरण सिंह के यहां पहुंचकर 11:00 बजे रात्रि में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया था!

तब उसी वक्त उपस्थित संवाददाताओं की टीम ने सवाल पूछा था, कि इस बार काराकाट लोकसभा क्षेत्र से ही भोजपुरी स्टार, पवन सिंह ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया है! इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे? तब एन.डी.ए. प्रत्याशी एवं भारत - सरकार के पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, उपेंद्र कुशवाहा ने चुप्पी साधते हुए कहा था कि प्लीज अभी इसको रहने दीजिए, अगला दूसरा सवाल पूछिए!

तब उपस्थित संवाददाताओं की टीम ने सवाल पूछा था कि आप इस बार काराकाट लोकसभा क्षेत्र में कितना मतों की अंतर से चुनाव जीतेंगे? आपको क्या लग रहा है? तब काराकाट लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद, उपेंद्र कुशवाहा ने पुछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि सन 2014 चुनाव में मैं जितना मतों से चुनाव जीता था! उससे दुगुना मतों से चुनाव अवश्य जीतूंगा! मुझे काराकाट लोकसभा क्षेत्र की महान जनता पर पूर्ण भरोसा है!

तब संवाददाता ने काराकाट लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद, उपेंद्र कुशवाहा से सवाल पूछा था, कि सन 2014 में जब आप यहां से पहली बार एन.डी.ए. गठबंधन में ही शामिल होकर अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़े थे! तब काराकाट लोकसभा क्षेत्र की महान जनता ने एन.डी.ए. गठबंधन एवं आप पर भी भरोसा करते हुए चुनाव जिताकर संसद भवन, नई दिल्ली भेज दिया था! इसके बाद आपको भारत - सरकार में मानव संसाधन विकास विभाग के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भी बनाया गया था! फिर भी आप 10 वर्षों तक क्षेत्र में कभी नजर नहीं आए? जिसके कारण काराकाट लोकसभा क्षेत्र की महान जनता में काफी नाराजगी व्याप्त है? इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे?

तब पूर्व मंत्री ने संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि देखिए किसी भी सांसद को अपने क्षेत्र में हर जगह पहुंचना संभव नहीं है! जहां तक नाराजगी की बात है, तो क्या नाराजगी अपने घर के भाई-भाई / भाई - बहन / माता - पिता / पति - पत्नी में नहीं होता है? सबमें होता है? इसके बाद कहा था कि आप जान लीजिए कि मैं अपने क्षेत्र में जितना घूमा हूं! कोई सांसद नही घूमेगा! तब संवाददाता ने पूर्व मंत्री से सवाल पूछा था कि लोगों का कहना है, कि भाजपा / एन.डी.ए. गठबंधन के लोग कभी भी बेरोजगारी या महंगाई के मुद्दे पर बात नहीं करते हैं? इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे?

तब पूर्व मंत्री ने संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि देखिए सबको नौकरी नहीं दी जा सकती है? यदि कोई भी धंधा करता है, या उद्योग लगाता है, तो उससे सिर्फ़ एक ही व्यक्ति को लाभ नहीं होता है! कई व्यक्तियों को लाभ होता है! एन.डी.ए. की सरकार में पहले धंधा करने के लिए बैंक से 10 लाख रूपये का ऋण दिया गया! अब 20 लाख रूपया धंधा करने के लिए बैंक से ऋण देने का डिमांड होने लगा! इस पर भी विचार हो रहा है! तब संवाददाता ने पूर्व मंत्री, उपेंद्र कुशवाहा से सवाल पूछा कि खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद में जल दोहन के कारण ही पूरे जिले के अंदर पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है? जिसकी वजह से जिले भर की जनता त्राहिमाम कर रही है? स्थिति ऐसी है कि जिला मुख्यालय औरंगाबाद में तो कोई भी ऐसा दिन नहीं है, कि कहीं ना कहीं दिन - रात हीरा बोरिंग होता हुआ दिखाई ना पड़े? पानी का लेयर तो इतना काफी नीचे चला गया है, कि जिला मुख्यालय औरंगाबाद में तो कई स्थानों पर हीरा बोरिंग कराने के बावजूद भी समरसेबल बोरिंग करने वाला मिस्त्री स्पष्ट जवाब दे दे रहा है, कि सिर्फ दलदल है, या पहाड़ ही है? इसलिए आपका समरसेबल बोरिंग नहीं चलेगा? समरसेबल बोरिंग नहीं किया जा सकता है?

इसके बाद खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद की जनता अपने सर पर हाथ रखकर असमंजस में पड़ जाता है? और नतीजा है कि ख़ासकर ग्रामीण क्षेत्रों में से आकर के जो व्यक्ति अपने बाल - बच्चों को पढ़ा रहे हैं, या फिर वे अपना जीवन यापन कर रहे हैं? वे पानी की उत्पन्न विकट समस्या से परेशान होकर अपने ग्रामीण क्षेत्रों में ही पलायन कर रहे हैं? इसलिए आप इस मुद्दे पर भी क्या कहना चाहेंगे? तब पूर्व मंत्री, उपेंद्र कुशवाहा ने संवाददाता द्वारा उठाए गए सवालों को स्वीकार करते हुए कहा कि वास्तव में औरंगाबाद जिले के अंदर स्थापित श्री सीमेंट प्लांट एवं नबीनगर पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड, अंकोरहा में अंधाधुध समरसेबल बोरिंग किए जाने की वजह से बहुत बड़ी जल समस्या उत्पन्न हो गई है? इसलिए मैं इसे लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद देखता हूं? परंतु अब तो पूर्व मंत्री काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव हार चुके हैं? इसलिए अब इसका भविष्य क्या होगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा? हालांकि औरंगाबाद जिले में उत्पन्न पानी की विकट समस्या मुद्दे पर जब चुनाव से पूर्व संवाददाता ने जिला मुख्यालय औरंगाबाद में ही वर्तमान औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद बने महागठबंधन समर्थित राष्ट्रीय जनता दल प्रत्याशी, अभय कुशवाहा से भी सवाल पूछा था? तब उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि जल है, तो जीवन है? इसलिए इसके लिए मुझे जो भी कदम उठाना पड़ेगा? मैं निश्चित तौर पर उठाऊंगा? जो औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी जीत गए हैं? इसलिए ये भी पानी की विकट समस्या झेल रहे औरंगाबाद जिला वासियों के लिए क्या कदम उठाते हैं? यह तो आने वाला समय ही बताएगा? वहीं औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह से भी जब संवाददाता ने चुनाव पूर्व ही एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पानी की उत्पन्न विकट समस्या से संबंधित मुद्दे पर सवाल पूछा था? तब उन्होंने भी संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि जिला मुख्यालय औरंगाबाद में श्री सीमेंट प्लांट बैठाने के लिए परमिशन किसने दिया था? बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने ही तो दिया था ना?

इसके बाद जब गुरुवार दिनांक - 14 मई 2024 को भाजपा द्वारा सर्किट हाउस, औरंगाबाद में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया गया था! तब उस वक्त औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद, माननीय प्रताप सरंगी यानी दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी एवं बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड की खूब तारीफ करते हुए कहा था, कि जनकल्याणकारी योजनाओं में शामिल हर - घर, नल - जल योजना के तहत लगभग 92% घरों में पानी पहुंच गया है? तब संवाददाता ने औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह से ही सवाल पूछा था, कि आपने जब कुछ ही माह पूर्व अपने जिला मुख्यालय स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया था? तब हमने ही आपसे सवाल पूछा था, कि खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों भी उत्पन्न पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है? जिसका मुख्य वजह जिला मुख्यालय स्थित श्री सीमेंट प्लांट एवं औरंगाबाद शहर में गलत तरीके से कई स्थानों पर आर.ओ. प्लांट बैठाकर धंधा करने वाले लोगों की वजह से ही पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है, और खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी के लिए जनता त्राहिमाम कर रही है? यह हम नहीं बल्कि पुरे जिले वासियों कह रहे हैं?

तब आपने ही जवाब देते हुए कहा था, कि जिला मुख्यालय औरंगाबाद में श्री सीमेंट प्लांट बैठाने के लिए परमिशन तो बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने ही दिया था ना? तब पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद, प्रताप सरंगी ने निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह का बचाव करते हुए संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि ये जो जल का स्तर नीचे जाता है! एक वैश्विक पर्यावरण है! लेकिन पानी हर घर में पहुंचाने के लिए सरकार की कोशिश आपको सोशल दिखाई देगा! कई गरीब लोगों को भी पानी मिला है, मैंने देखा! वो जो पैदावार से भोजन चलता है! जल - जीवन - हरियाली चलता है? व्यापक योजना? सबको दिखाई देता है? एक वैश्विक कारण है? हमारा फॉल्स पॉलिसी के कारण और जनता का व्यवहार में कुशलता ना होने के कारण अभी भारत में स्टॉकेज शॉट है? इससे ज्यादा हम वो कह रहे थे? पानी नीचे ज्यादा है? इसका प्रतिकार करने के लिए कोशिश किया जाना चाहिए? रिचार्ज करके इसका निराकरण किया जा सकता है? ज्ञात हो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद, प्रताप सरंगी ने संवाददाता द्वारा ख़ासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्पन्न पानी की घोर समस्या मुद्दे पर पूछे गए सवालों का जवाब भले ही घुमाकर देने की कोशिश की? लेकिन यह भी हकीकत है कि खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी जो पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है? उसका मुख्य वजह जिला मुख्यालय औरंगाबाद में स्थापित श्री सीमेंट प्लांट एवं औरंगाबाद शहर के अंदर कई स्थानों पर गलत तरीके से अंधाधुंध आर.ओ. प्लांट बैठाकर धंधा करने वाले लोगों की वजह से ही पानी की घोर समस्या उत्पन्न हुई है? जो हकीकत है?

ज्ञात हो कि संवाददाता ने जब यह सवाल निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह से पूछा था? तब उस वक्त तक बिहार में भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन जनता दल यूनाइटेड से नहीं हुआ था? लेकिन चुनाव पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने जनता दल यूनाइटेड से ही गठबंधन कर लिया है? इसलिए अब भाजपा या औरंगाबाद के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह द्वारा भी पानी की उत्पन्न विकट समस्या पर क्या कदम उठाया जाता है? यह भी तो आने वाला वक्त ही बताएगा? ज्ञात हो कि संवाददाता द्वारा औरंगाबाद जिले में पानी की उत्पन्न विकट समस्या मुद्दे पर बिहार - सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान, कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक एवं बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक रहे राजेश कुमार, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी, वर्तमान लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के लगातार 10 वर्षों तक पूर्व में जनता दल यूनाइटेड विधायक रह चुके एवं वर्तमान जनता दल यूनाइटेड औरंगाबाद के जिलाध्यक्ष, अशोक कुमार सिंह सहित अन्य कई जनप्रतिनिधियों से भी सवाल उठाया जा चुका है है? समस्त जनप्रतिनिधियों ने संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का अपने-अपने तरीके से जवाब भी दिया था! उस वक्त पानी की उत्पन्न विकट समस्या पर जिला मुख्यालय औरंगाबाद में राजनीति भी खूब गरमाई थी? अलग-अलग पॉलीटिकल पार्टी द्वारा धरना - प्रदर्शन भी खूब किया गया था? पॉलीटिकल पार्टी द्वारा जिला पदाधिकारी के नाम से लिखित रूप में ज्ञापन भी सौंपा गया था? लेकिन जिला मुख्यालय औरंगाबाद सहित जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की समस्या आज वैसे ही बरकरार है? इसके बावजूद भी किसी जनप्रतिनिधियों का कोई ध्यान नहीं है?

चाहे कोई भी पब्लिक मरे या जिए? इसलिए औरंगाबाद जिले में पानी की उत्पन्न विकट समस्या से जिला वासियों को कब निजात मिलेगी? यह भी तो आने वाला वक्त ही बताएगा? ज्ञात हो कि इस बार संपन्न लोकसभा चुनाव 2024 से पूर्व औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंदर एन.डी.ए. समर्थित प्रत्याशी को जिताने के उद्देश्य से देश के माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने भी जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 02 के किनारे रतनुआ फील्ड में 02 मार्च 2024 को जनसभा किया था! जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड मुखिया, नीतीश कुमार, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर के संस्थापक, जीतन राम मांझी, भारत सरकार के पूर्व मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस, समस्तीपुर के पूर्व सांसद, प्रिंस राज, बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी ने भी भाग लिया था, और प्रधानमंत्री के इस आयोजित कार्यक्रम में बिहार के महामहिम ( राज्यपाल ) राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी आए हुए थे! लेकिन उस वक्त लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, चिराग पासवान ने औरंगाबाद में प्रधानमंत्री के आयोजित कार्यक्रम में मंच साझा नहीं किया था, क्योंकि उस वक्त तक लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) का यह क्लियर नहीं हो पाया था, कि एन.डी.ए. गठबंधन से मेरा पार्टी का गठबंधन हो पाएगा या नहीं, और दूसरा की इनके घोर विरोधी चाचा एवं समस्तीपुर के पूर्व सांसद, प्रिंस राज भी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया था!

इसके बाद जब लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) का लोकसभा चुनाव से पूर्व एन.डी.ए. के साथ गठबंधन हो गया था! तब लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) सुप्रीमो एवं वर्तमान हाजीपुर सांसद बने चिराग पासवान ने भी कुटुंबा गढ़ के समीप एवं रफीगंज में भी जनसभा किया था! साथ ही जिला मुख्यालय औरंगाबाद में ही जहां पर प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम आयोजित हुआ था! उसी स्थान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, माननीय योगी आदित्यनाथ ने भी चैत्र नवरात्र की सप्तमी तिथि दिनांक -15 अप्रैल 2024 को जनसभा किया था! इसके अतिरिक्त औरंगाबाद के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह के जिला मुख्यालय स्थित आवास पर बिहार - सरकार के मंत्री, डॉक्टर प्रेम कुमार ने भी पहुंचकर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया था! हालांकि उस वक्त औरंगाबाद के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह का भाजपा में टिकट कंफर्म नहीं हुआ था! फिर जब औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने प्रथम चरण के दौरान 19 अप्रैल 2024 को संपन्न होने वाली लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन 27 मार्च 2024 को समाहरणालय औरंगाबाद में पहुंचकर दाखिल किया था! तब नामांकन के दिन ही निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह के आवास से महज दूरी पर स्थित अनुग्रह नारायण सिन्हा मेमोरियल महाविद्यालय कैंपस में जनसभा का आयोजन किया गया था! जिसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ( सेक्युलर ) संस्थापक, जीतन राम मांझी, बिहार - सरकार के मंत्री संतोष कुमार सिंह, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं टिकारी विधानसभा क्षेत्र के हम पार्टी विधायक अनिल कुमार उर्फ अनिल शर्मा, ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व राष्ट्रीय जनता दल विधायक एवं डेहरी ऑन सोन के पूर्व भाजपा विधायक इंजिनियर सत्यनारायण यादव, लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के औरंगाबाद प्रभारी मंत्री, राकेश कुमार सिंह उर्फ़ गबरु सिंह, लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, चंद्र भूषण सिंह ऊर्फ सोनू सिंह, लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव एवं रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह, मदनपुर प्रखंड अंतर्गत बेरी पंचायत मुखिया, रीता देवी के प्रतिनिधि एवं पूर्व जिला परिषद् सदस्य, प्रफुल्ल कुमार सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए थे!

इसके अलावे लोकसभा चुनाव तिथि घोषणा होने से पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं बिहार सरकार के पूर्व उद्योग मंत्री, डॉक्टर शाहनवाज़ हुसैन ने भी औरंगाबाद पहुंचकर विधान पार्षद के आवास पर पहुंचकर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया था! जिसमें औरंगाबाद के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह भी मौजुद थे! अंत में औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह के जिला मुख्यालय स्थित आवास पर चुनाव से मात्र दो दिन पूर्व यानी 17 अप्रैल 2024 को पहुंचकर बिहार - सरकार के मंत्री, केदार प्रसाद एवं स्नातक शिक्षक पद के विधान पार्षद सदस्य, जीवन कुमार ने भी प्रेस कांफ्रेंस किया था! इ

सके बावजूद भी इस बार के संपन्न लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र की जनता ने गया जिला अंतर्गत टिकारी विधानसभा क्षेत्र से सन 2015 मे जनता दल यूनाइटेड के सीट पर चुनाव लड़कर विधायक बन चुके, सन 2020 में जनता दल यूनाइटेड के सीट पर ही गया जिला अंतर्गत बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर चुनाव हार चुके एवं इस बार के संपन्न लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन समर्थित राष्ट्रीय जनता दल प्रत्याशी बने तथा पूर्व में जदयू युवा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके अभय कुशवाहा को 79,111 मतों से चुनाव जीता दिया, और औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से इस बार निवर्तमान भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह पराजित हो गए! ठीक इसी प्रकार काराकाट लोकसभा क्षेत्र में भी एन.डी.ए. समर्थित प्रत्याशी, वर्तमान अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के संस्थापक, पूर्व में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के संस्थापक, सन 2014 के लोकसभा चुनाव में काराकाट लोकसभा क्षेत्र से ही एन.डी.ए. समर्थित पहली बार प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़कर सांसद बने एवं भारत - सरकार में मानव संसाधन विकास विभाग के पूर्व गृह राज्यमंत्री रह चुके उपेंद्र कुशवाहा को भी चुनाव जिताने के उद्देश्य से खुद प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने रोहतास जिला अंतर्गत डेहरी ऑन सोन स्थित सुअरा हवाई अड्डा पर दिनांक - 25 मई 2024 को पहुंचकर जनसभा आयोजित किया था! जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व जमुई सांसद एवं वर्तमान हाजीपुर सांसद, चिराग़ पासवान ने भी भाग लिया था! फिर दुसरे दिन ही केंद्रीय गृह मंत्री, माननीय अमित शाह ने भी औरंगाबाद जिला अंतर्गत अनुमंडल दाऊदनगर स्थित नीमा में पहुंचकर जनसभा आयोजित किया! इसके बाद 29 मई 2024 को औरंगाबाद जिला अंतर्गत प्रखंड मुख्यालय गोह में पहुंचकर लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) सुप्रीमों, चिराग पासवान एवं बिहार प्रदेश के पूर्व भाजपा अध्यक्ष, संजय जायसवाल ने भी काराकाट लोकसभा क्षेत्र से एन.डी.ए. प्रत्याशी को चुनाव जिताने के उद्देश्य से जनसभा किया, तथा 29 मई 2024 को ही औरंगाबाद जिला अंतर्गत काराकाट लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाली प्रखंड मुख्यालय नबीनगर पहुंचकर पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री एवं रक्षा मंत्री, माननीय राजनाथ सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया था! मगर इस बार संपन्न लोकसभा चुनाव में काराकाट लोकसभा क्षेत्र से भी ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व माले विधायक एवं इस बार महागठबंधन समर्थित प्रत्याशी बने राजाराम सिंह पर ही भरोसा करते हुए लोगों ने चुनाव जीता दिया, और काराकाट लोक सभा क्षेत्र से इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़ चुके भोजपुरी स्टार, पवन सिंह को भी क्षेत्र की जनता ने दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया! जिन्हें भाजपा ने लोकसभा चुनाव पूर्व अपनी पार्टी से भी निष्कासित कर दिया था!

ज्ञात हो कि इस बार औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र तथा काराकाट लोकसभा क्षेत्र यानी दोनों लोकसभा क्षेत्रों में एन.डी.ए. समर्थित प्रत्याशी को वोट देने / दिलाने के बजाय एन.डी.ए. गठबंधन में शामिल दलों के भी अधिकांश लोगों ने पार्टी विरोधी कार्य करते हुए महागठबंधन समर्थित प्रत्याशी या काराकाट लोकसभा क्षेत्र में जाति के नाम पर ही निर्दलीय प्रत्याशी तथा भोजपुरी स्टार, पवन सिंह को लोगों ने काफी मत दे l दिलवा दिया! जिसकी वजह से काराकाट लोकसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी, पवन सिंह दुसरे स्थान पर पहुंचने में कामयाब हो गए थे! इसलिए दोनों लोकसभा क्षेत्रों में एन.डी.ए. के लिए गंभीर चिंता का विषय तो है ही?